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निगम झोन का बाबू चुनाव ड्यूटी पर गया तो अभी तक नहीं लौटा…!

वक्त की पाबंदियां देखने के लिए झोन 4 के कार्यालय पहुंचे महापौर

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों-कर्मचारियों के समय पर पहुंचने के लिए प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया। आदेश के पालन की पड़ताल के लिए महापौर नगर निगम में झोन 5 का निरीक्षण करने पहुंचे तो पता चला कि झोन के एक बाबू लोकसभा चुनाव की ड्यूटी के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय गए थे,तो अभी तक झोन ऑफिस नहीं लौटे है। वही झोन की उपयंत्री द्वार एक माह से उपस्थिति रजिस्ट्रर पर हस्ताक्षर नहीं किए जा रहे थे। एक अन्य बाबू के नियमित ऑफिस नहीं आने की शिकायत मिली। महापौर ने तीनों की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए है।

 

महापौर मुकेश टटवाल शुक्रवार को नगर निगम में झोन 5 के दशहरा मैदान स्थित कार्यालय पहुंचे थे। उपस्थिति रजिस्ट्रर देखने पर पता चला कि बाबू किशोर शुक्ला को लोकसभा चुनाव के लिए अन्य कर्मचारियों के साथ जिला निर्वाचन कार्य में पदस्थ किया गया था। अन्य कर्मचारी को नगर निगम और झोन कार्यालयों में लौट आए लेकिन बाबू शुक्ला ने झोन कार्यालय में अभी तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवाई है।

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बता दें कि निर्वाचन कार्य के लिए हर चुनाव के दौरान नगर निगम के कर्मचारियों की ड्यूटी जिला निर्वाचन कार्यालय में लगाई जाती है। चुनाव संपन्न होने के बाद विधिवित तौर पर सभी को निर्वाचन कार्यलय से रिलीव भी किया जाता है। इसके बावजूद कई कर्मचारी काम से बचने के लिए अपनी मौजूदगी जिला निर्वाचन कार्यालय में दर्शा कर मुख्यालय में काम से बचते हैं।

महापौर ने निरीक्षण में देखा कि झोन में पदस्थ उपयंत्री निशा वर्मा ने हाजिरी रजिस्टर पर लंबे समय से हस्ताक्षर नहीं किए हैं। जबकि उपयंत्री निरीक्षण के दौरान महापौर के साथ ही थीं। हस्ताक्षर नहीं देख महापौर ने नाराजगी जाहिर की और उनकी अनुपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार झोन के बाबू सूरज यादव की अनियमितता को लेकर शिकायत मिली। इस पर महापौर टटवाल ने तीनों की वेतन वृद्धि रोकने और किशोर शुक्ला पर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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शोक संदेश जारी नहीं कर रहे थे

मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम द्वारा संबंधितों के घरों पर पहुंचाने की व्यवस्था है। महापौर द्वारा पद ग्रहण करने के कुछ समय बाद मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ उनके हस्ताक्षर वाले शोक संदेश को भी संलग्न करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। इसके बावजूद झोन कार्यालय से शोक संदेश पत्र संलग्न नहीं किए जाने पर महापौर ने नाराजगी जाहिर की।

झोन-4 सूना था, ना अधिकारी पहुंचे और ना ही कर्मचारियों का पता था

उधर महापौर झोन 5 का निरीक्षण कर रहे थे तो इधर झोन-5 में मनमानी का आलम था। शुक्रवार सुबह 10 बजे तक झोन में एक भी अधिकारी कर्मचारी नहीं पहुंचा था। करीब 10.30 बजे तक भी झोन में किसी की उपस्थिति दर्ज नहीं हुई थी।
इतना जरूर है कि झोन के द्वार पर एक श्वान बैठा हुआ था।

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