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इस जाम से आखिर कब मिलेगी निजात

उज्जैन-इंदौर रोड पर रोज लग रहा जाम, लोग परेशान

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शादी-ब्याह के सीजन में रोज मिल रहा दर्द

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। फोरलेन से सिक्सलेन में तब्दील हो रहे उज्जैन-इंदौर रोड पर रोज लग रहे जाम ने लोगों का चैन छीन लिया है। जगह-जगह डायवर्शन, निर्माण सामग्री फैलने के कारण जाम लग रहा है। हाल यह है कि त्रिवेणी से नानाखेड़ा चौराहे तक पहुंचने में ही डेढ़ से दो घंटे तक लग रहे हैं। वाहनों की रेलमपेल में फंसे लोग खुद को कोस रहे हैं और पूछ रहे हैं कि आखिर इस जाम से कब निजात मिलेगी।

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करीब 1800 करोड़ रुपए से बने रहे सिक्सलेन पर सबसे बड़ी मुसीबत पुल निर्माण ने खड़ी कर रखी है। मार्ग के अधिकतर पुराने पुलों को तोड़ दिया गया है और एक पुल से यातायात चलाया जा रहा है। निर्माण की जल्दबाजी में ट्रैफिक के पलीते लग रहे हैं। बुधवार शाम से रात तक इस मार्ग पर ट्रैफिक रेंगकर चलता रहा। वाहनों की रेलमपेल इस कदर थी कि कोई जल्दी निकलने के चक्कर में कोई कहीं से भी गुजरता चला जा रहा है। त्रिवेणी के बड़े पुल पर तो लोग फंस ही रहे थे, नीचे वाली पुलिया पर भी दोनों तरफ से यातायात रुका हुआ था। इस पुलिया पर लाइट और रैलिंग नहीं होने से हादसे का खतरा भी बना हुआ था। जाम में फंसे एक शख्स ने बताया कि त्रिवेणी से नानाखेड़ा चौराहे तक पहुंचने में करीब दो घंटे का समय लगा।

मार्ग पर होटल और रिसोर्ट की भरमार, शादियों का सीजन भी
इंदौर रोड पर होटल-रिसोर्ट की भरमार है। वेडिंग सीजन में यहां शादियां भी खूब हो रही हैं। ऐसे में यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। शहर से दूर होने के कारण अधिकतर लोग कार का उपयोग कर रहे हैं, इस वजह से ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है।

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क्या हो सकता है समाधान

त्रिवेणी पुल पर ट्रैफिक व्यवस्थित करने के लिए स्थायी तौर पर ट्रैफिककर्मी, होमगार्ड या एसएएफ के जवान तैनात किए जा सकते हैं।

इनके पास वायरलैस सेट हों और यह बारी-बारी से एक-एक साइड से ट्रैफिक चलाएं।

इस मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश शाम 6 से रात 12 बजे तक पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया जाए।

सिक्स लेन का निर्माण कर रही एजेंसी को भी डायवर्शन के जानकारी देने के लिए पोस्टर लगाने और अपने कर्मचारी तैनात करने के लिए निर्देशित किया जाए।

निर्माण एजेंसी को साफ किया जाए कि वह दिनभर काम के बाद सडक़ पर मलबा नहीं छोड़े, ताकि रात के समय ट्रैफिक में दिक्कत नहीं आए।

बसों की संख्या भी कुछ समय के लिए कम की जाए।

देवासरोड पर नागझिरी से आगे बन रहे फोरलेन की गति तेज की जाए, ताकि इंदौर रोड पर जाने के लिए त्रिवेणी के अलावा वैकल्पिक मार्ग देवास-बदनावर बायपास का मिल जाए। ऐसे में त्रिवेणी पुल का उपयोग कम हो सकेगा।

वाहन चालकों के पास पेशेंस की कमी
वाहन चालकों में पेशेंस की कमी है, ओवरटेक कर जाम लगा देते हैं, उन्हें समझाते हैं कि व्यवस्थाओं के अनुरूप वाहन चलाएं जिससे खुद भी परेशानी से बचें और दूसरे को भी बचाएं। एक लेन से ट्रैफिक चालू है, यह समझना चाहिए। मैं मौके पर जा रहा हूं, ठेकेदार को भी बुलाया है। उसे कहा है कि अगर सीमेंट के डिवाइडर हैं तो उन्हें लगाएं ताकि व्यवस्था बनाई जा सकी।
-दिलीप सिंह परिहार, डीएसपी, ट्रैफिक

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