कामाख्या एक्सप्रेस के एसी कोच से लापता हुई सेना के जवान की पत्नी दूसरे दिन मिली

पुलिस से बोली…इंदौर में नींद खुली, बस में बैठकर उज्जैन आई
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। बीएसएफ कांस्टेबल कामाख्या एक्सप्रेस के एसी कोच में पत्नी के साथ उज्जैन के लिए ट्रेन में यात्रा कर रहा था। उज्जैन स्टेशन पर ट्रेन रुकने के बाद कांस्टेबल ने देखा सामने की सीट पर पत्नी नहीं थी। आसपास तलाश करने के बाद उसने जीआरपी में गुमशुदगी दर्ज कराई। दूसरे दिन महिला चिमनगंज मंडी गेट पर पहुंची और वहां से पिता को फोन पर सूचना दी। जीआरपी ने उसे बरामद कर बयान लेने के बाद परिजन के सुपुर्द किया।
यह था मामला
साकरिया झार्डा में रहने वाला विशाल बीएसएफ में कांस्टेबल के पद पर पदस्थ है और सिलॉंग में पदस्थ है। वह अपनी पत्नी सोना शर्मा 23 वर्ष के साथ कामाख्या एक्सप्रेस के कोच एम-1 की सीट नंबर 27, 29 में उज्जैन के लिए यात्रा कर रहा था। विशाल ने बताया कि उसने पत्नी के साथ रात में बीना में खाना खाया और दोनों अपनी-अपनी सीट पर सो गए थे। उज्जैन स्टेशन आने पर नींद खुली तो देखा सोना सीट पर नहीं है। उसने कोच में तलाश की। प्लेटफार्म पर भी देखा लेकिन कुछ पता नहीं चला। विशाल ने सोना के पिता अशोक शर्मा को सूचना दी और स्वयं जीआरपी थाने पहुंचा था।
सभी स्टेशनों के सीसीटीवी खंगाले
जीआरपी थाना प्रभारी सोहन पाटीदार ने बताया कि सोना शर्मा की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद संत हिरदारामदास नगर से लेकर इंदौर तक सभी स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज चेक कराए थे जिनमें कहीं भी सोना ट्रेन से उतरते नहीं दिखी।
हालांकि कामाख्या एक्सप्रेस शुजालपुर स्टेशन पर रुकती है लेकिन वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। उसकी तलाश पुलिस टीम द्वारा की जा रही थी। मंगलवार को उसी महिला ने अपने पिता को फोन किया।
बार-बार बयान बदल रही महिला
सोना शर्मा ने बुधवार को चिमनगंज मंडी गेट से अपने पिता अशोक शर्मा को मोबाइल पर कॉल किया। इस समय वह जीआरपी थाने में ही मौजूद थे। सोना के बताए एड्रेस पर वह परिजन के साथ पहुंचे। उनके साथ पुलिस भी थी। सोना को जीआरपी थाने लाया गया। यहां सोना ने पुलिस को बताया कि ट्रेन में नींद लगने के कारण वह इंदौर चली गई थी। वहां नींद खुली तो बस में बैठकर उज्जैन आई और ऑटो में बैठकर चिमनगंज मंडी गेट तक पहुंची थी। टीआई पाटीदार ने बताया कि सोना द्वारा दिए गए बयान समझ नहीं आ रहे लेकिन परिजन आगे कार्रवाई नहीं चाहते इस कारण उसके बयान दर्ज कर परिजन के सुपुर्द कर दिया है।