मंगलसूत्र चोरी मामले में संदिग्ध महिलाएं बाहर की हो सकती, अब तक सुराग नहीं

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। दाहोद-भोपाल ट्रेन से शुजालपुर निवासी महिला यात्री का सफर के दौरान मंगलसूत्र चोरी होने के मामले में संदिग्ध चार महिलाओं का घटना के 6 दिन बाद भी पता नहीं चल सका है। जीआरपी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रही संदिग्ध महिलाएं बाहर की हो सकती हैं, एक टीम उनकी तलाश में जुटी है।
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दरअसल, 4 नवंबर को शुजालपुर निवासी शशि जोशी अपने पति कैलाश जोशी के साथ दाहोद-भोपाल ट्रेन से उज्जैन से देव दर्शन कर अपने घर लौट रही थीं। सफर के दौरान उनके गले से सोने का मंगलसूत्र चोरी हो गया था। चोरी का पता चलते ही शशि जोशी उज्जैन स्टेशन पर उतरकर सीधे जीआरपी थाने पहुंचीं और शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने पुलिस को बताया था कि ट्रेन में उनके पास चार महिलाएं बैठी थीं जो उज्जैन स्टेशन पर ही उतर गईं। शिकायत के बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों खंगाले तो चार संदिग्ध महिलाएं ट्रेन से उतरती दिखाई दीं। इस फुटेज के आधार पर पुलिस महिलाओं को तलाश रही है लेकिन अब तक उनका कोई पता नहीं चल सका है। एएसआई सावन सिंह कनेश ने कहा कि फुटेज में नजर आ रही महिलाएं बाहर की हो सकती है इसलिए ढूंढने में थोड़ी देर हो रही है। एक टीम उनकी तलाश में जुटी है।
17 सेकंड का फुटेज दौड़ती दिखीं महिलाएं
चोरी की घटना के बाद 17 सेकंड का फुटेज भी सामने आया था। इसमें चार संदिग्ध महिलाएं उज्जैन स्टेशन पर उतरकर दौड़ लगाती नजर आ रही हैं, इसमें से एक महिला की गोद में छोटा बच्चा भी है। संभवत: चारों संदिग्ध महिलाओं की गैंग बाहर की हो सकती है जिनकी तलाश में जीआरपी की एक टीम जुटी है।









