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सवारी मार्ग पर डामरीकरण और गड्ढे भरने का कार्य शुरू

सावन माह की पहली सवारी 22 को, तैयारियों में लगे अफसर

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:परंपरानुसार भगवान महाकालेश्वर भगवान सावन और भादौ मास में नगर भ्रमण के लिये सवारी के रूप में निकलते हैं। इस वर्ष 22 जुलाई से भगवान की सवारी निकलना शुरू होगी। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा संबंधित विभागों को मार्ग, भीड़ प्रबंधन सहित अन्य व्यवस्थाएं जुटाने हेतु निर्देशित किया गया लेकिन अफसरों द्वारा काम में रूचि नहीं दिखाई जा रही थी। अक्षर विश्व द्वारा सवारी मार्ग की अव्यवस्था को लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया जिसके बाद नगर निगम ने सवारी मार्ग की सुध लेकर गड्ढे भरने व डामरीकरण का काम शुरू किया है।

 

भगवान महाकालेश्वर की सवारी मंदिर से शुरू होकर महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी, हरसिद्धि की पाल होते हुए रामघाट पहुंचती है। उक्त मार्ग बहुत ही सकरा होने के साथ सड़कों पर गड्ढे होने व नालियों पर फर्शी या जाली नहीं होने से सवारी के दौरान दुर्घटना का अंदेशा होने की संभावना थी।

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अक्षरविश्व द्वारा 2 जुलाई के अंक में इस आशय का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। नगर निगम द्वारा अब हरसिद्धि की पाल से रामघाट तक और ढाबारोड़ वाले मार्ग पर सड़क का डामरीकरण करते हुए गड्ढे भरने का काम शुरू किया गया है। हालांकि इस मार्ग पर लगे विद्युत पोल पर एमपीईबी द्वारा 6 से 8 फीट तक प्लास्टिक की पैकिंग की जाती है जिससे सवारी के दौरान होने वाली बारिश के बीच विद्युत पोल में करंट आने पर दुर्घटना की संभावना न हो लेकिन अभी तक एमपीईबी द्वारा उक्त कार्य को नहीं किया जा रहा है।

नालियां खुलीं, अतिक्रमण भी समस्या

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सवारी मार्ग की सड़क के दोनों ओर छोटी बड़ी नालियां हैं जिन पर फर्शी अथवा जाली रखने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। संकरे मार्ग से सवारी गुजरने के दौरान सड़क के दोनों ओर सवारी देखने और भगवान के दर्शन करने वालों की संख्या हजारों में होती है। ऐसी स्थिति में नालियों को पर जाली व फर्शी रखना भी जरूरी है वहीं सवारी मार्ग पर अनेक लोगों ने ओटले व चढ़ाव बनाकर अतिक्रमण किया है जिसे हटाना भी जरूरी है।

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