चरक अस्पताल में भांग खाकर पहुंचे युवक का उत्पात

By AV News

डॉक्टर व एएसआई को लात मारी, ड्रेसर पर कड़े से किया हमला

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। चार दोस्तों के साथ लातूर से दर्शन करने उज्जैन आए एक युवक ने भगवान महाकाल के दर्शन करने से पहले भांग चढ़ा ली। जब नशा सिर चढक़र बोला तो वह अजीब तरह की हरकतें करने लगा। हालत बिगडऩे पर उसे चरक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां उसने जमकर उत्पात मचाया। डॉक्टर, एएसआई को लात मारी व ड्रेसर के सिर में कड़ा मार दिया। किसी तरह काबू में लेकर उसे कोतवाली थाने भेजा गया तो वहां भी हंगामा करता रहा। पुलिस ने उसे अपने कब्जे में रखा है।

बताया जाता है कि बालू पिता काशीनाथ ने अपने दोस्त अजीत, कृष्णा, गोविंद और गोलू के साथ उज्जैन में भगवान महाकाल दर्शन करने का प्रोग्राम बनाया। यह पांचों टे्रन से रविवार की रात करीब 9 बजे उज्जैन पहुंचे। वे पैदल ही महाकाल मंदिर की ओर जा रहे थे। रास्ते में भांग की दुकान देख गोलू ने भांग पीने की इच्छा जताई। सभी दोस्तों ने मना किया और कहा कि इसका नशा अलग होता है। भांग चढ़ गई तो लेने के देने पड़ जाएंगे। दोस्तों के लाख समझाने के बाद भी वह नहीं माना और भांग का गिलास बनवा लिया। कुछ देर सभी वहीं पर बात करते रहे। महाकाल मंदिर के लिए आगे बढ़े ही थे कि भांग ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। चारों दोस्त परेशान थे। उनकी समझ में नहीं आ रहा था क्या करें। बालू की हालत बिगडऩे लगी।

रात में ही अस्पताल ले गए

दौलतगंज इलाके में कुछ लोगों ने गोलू की हालत देखी और सलाह दी कि इसे चरक अस्पताल में भर्ती करवाएं। ऑटो से दोस्त उसे अस्पताल लेकर आए। यहां मौजूूद डॉक्टर ने उसकी हालत देखी और इलाज किया। उसके दोस्त कृष्णा और गोलू ने बताया कि संभवत: बालू को नींद की गोली दी गई थी इसलिए उसे नींद आ गई। चारों दोस्त रातभर जागकर उसकी देखभाल करते रहे।

सुबह नींद खुली, हंगामा शुरू

रात तो जैसे तैसे बीत गई थी लेकिन सुबह होते ही उसकी हालत फिर बिगडऩे लगी। वह पलंग छोड़ कर इधर-उधर भागने लगा। कभी जोर से चिल्लाता तो कभी हंसने लगता। इसी बीच ट्रेनी ड्रेसर ओम शंखवार ने उसे संभालने का प्रयास किया तो उसने उस पर कड़े से हमला कर दिया।

डॉक्टर वी.आर. रत्नाकर उसे चैक करने गए तो उन्हें लात मार दी। डॉक्टर्स ड्यूटी में तैनात एएसआई रमेशचंद ने पकडऩे का प्रयास किया तो उन्हें भी लात मारी। वार्ड में वह बड़ी देर हंगामा करता रहा। अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी और बालू के बारे में बताया। पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचे। बालू को कंट्रोल करने की कोशिश की और वह नहीं माना तो उसे पुलिस वाहन में बैठाकर थाने ले गए।

पुलिस केस बनेगा
डॉ. रत्नाकर ने बालू की एमएलसी बनाकर कोतवाली थाने को आगे की कार्रवाई के लिए सूचना दी है। बालू के दोस्तों ने बताया कि वह खेती करता है। भांग के नशे की उसे जानकारी नहीं थी। इधर डॉ. रत्नाकर ने मानसिक रोग चिकित्सक डॉ. राकेश मीना को बुलवाकर उत्पात मचा रहे बालू का परीक्षण कराया।

Share This Article