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इंदौर-उज्जैन के बीच केबल कार की सुविधा की दरकार

प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन मंत्री ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गड़करी को लिखा पत्र

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उज्जैन।केन्द्र सरकार लोगों को बेहतर ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने और सड़कों से वाहनों को कम करने के लिए बड़ी केबल कार (एरिअल रोप ट्रांजिट) चलाने की योजना बनी रही है। इसी क्रम में प्रदेश की संस्कृति,पर्यटन,धार्मिक एवं धर्मस्व मंत्री ने परिवहन की सुविधा,पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंदौर-उज्जैन के बीच केबल कार की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। इसे लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन,राजमार्ग व जहाजरानी को पत्र लिखा हैं।

सड़क परिवहन मंत्रालय सड़कों से ट्रैफिक और इससे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए सड़क परिवहन का विकल्प तलाश रहा है। इसी दिशा में केबल कार चलाने की तैयारी की जा रही है। इसे न केवल पहाड़ी इलाकों में बल्कि सामान्य शहरों में भी इसे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश की संस्कृति,पर्यटन,धार्मिक एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने केंद्रीय परिवहन नितिन गड़करी को पत्र लिखा है,उसमें इंदौर-उज्जैन के बीच केबल कार की सुविधा देने की मांग की है।

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सड़क परिवहन की तुलना में किफायती

जानकारों के अनुसार एरिअल रोप ट्रांजिट ऐसी ट्रांसपोर्ट प्रणाली है, जिसमें एक केबल कार में 250 तक यात्री बैठ सकते हैं। चूंकि ये परियोजनाएं एक सीधी रेखा में बनाई जाती हैं, इस लिए इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण की लागत भी कम आती है। सड़क परिवहन की तुलना में प्रति किलोमीटर रास्ते के निर्माण की अधिक लागत होने के बावजूद, परियोजनाओं की निर्माण लागत सड़क परिवहन की तुलना में अधिक किफायती हो सकती है।

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दो नगर की परिवहन सुविधा के लिए किया है अनुरोध…

उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ तो है। महाकाल की नगरी होने के कारण उज्जैन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर-उज्जैन के बीच परिवहन सुविधा में विस्तार आवश्यक है। इसलिए शिवभक्त लोकमाता देवी अहिल्या की नगरी इंदौर से महाकाल की नगरी उज्जैन को केबल कार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उचित कार्रवाई करने और प्राजेक्ट बनाने का अनुरोध परिवहन मंत्री से किया है। दोनों शहरों को केबल कार की मिलने से परिवहन के साथ पर्यटन विकास की सुविधा मिल जाएगी।
– उषा ठाकुर, संस्कृति,पर्यटन धार्मिक एवं धर्मस्व मंत्री, मप्र

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