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उज्जैन :चुनावी घाव (खर्च) के लिए ‘चरक भवन’ से मलहम (चंदा)

ललित ज्वेल :उज्जैन उत्तर के एक वार्ड में कांग्रेस-भाजपा प्रत्याशी के बीच सीधी टक्कर है। कांग्रेस ने जहाँ इस वार्ड से नगर निगम की कार्यप्रणाली के अपने सबसे बड़े विशेषज्ञ को चुनाव में उतारा है वहीं बीजेपी प्रत्याशी की सीमा चरक भवन और माधवनगर अस्पताल तक सीमित रही है। इस टक्कर के चलते भाजपा प्रत्याशी को जो घाव लग रहे हैं, उन पर मलहम लगाने के लिए चरक भवन आगे आ गया है।

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यह आरोप चरक भवन से लेकर जिला अस्पताल परिसर तक गूंज रहा है। हालांकि कि अब सफाई भी दी जा रही है कि उक्त मलहम लगाने का काम हम ही नहीं बल्कि शा.माधवनगर अस्पताल से भी हो रहा है। इस पूरे मामले में डॉक्टर्स का कहना है कि यह मलहम तात्कालिक लाभ तो दे देगा किंतु जो घाव स्थायी बनकर छूट जाएगा, उसका उपचार करने में पांच साल लग जाएंगे। इस वार्ड से प्रतिद्वंदी प्रत्याशी का कहना है कि घाव गहरा हो, इसके पूर्व वे स्थायी रूप से पट्टा बांधने के मूड में हैं। ताकि पांच क्या दस साल तक की व्यवस्था हो जाए।

इस बात को लेकर महलम लगाने वाले स्टॉफ ने भी सहमती दी है। उनका कहना है कि पिछले 10 से अधिक सालों से उक्त प्रत्याशी से हम पीडि़त हैं। कोरोनाकाल में जितना भय कोरोना संक्रमण से लगता था, उतना ही प्रत्याशी से भी लगता था। कारण सिर्फ यह था कि प्रत्याशी जब-तब रेमडेसीवर इंजेक्शन की मांग कर देते थे। किसे लगा, इसकी जानकारी कभी नहीं देते? बहुत बार कुछ मेडिकल स्टोर्स वाले पूछ लेते थे- इंजेक्शन रोजाना अलग-अलग कम्पनी के क्यों मंगवाते हो? ग्राहकों को परेशानी आती है बेचने में?

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फिर क्या हुआ……?

कुछ समय बाद यह बात जब कलेक्टर को पता चली तो उन्होने कड़ी आपत्ती ली। कहलवा दिया कि वे जब सख्त एक्शन लेंगे तो पसीने छूट जाएंगे। इसके बाद इनकी अस्पताल में इनकी एंट्री कम होने लग गई थी। कोई भी काम होता था तो मोबाइल फोन कर लेते थे। अब स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि आनेवाले समय के लिए चिंतित है। यदि मलहम (चुनावी चन्दा) काम कर गया तो समझो पांच साल तक तेल निकलता रहेगा हर कागज का। अब वे कामना कर रहे हैं कि घाव जस का तस बना रहे?

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नगर निगम चुनाव उठाव पर….सिंधिया गुट के पार्षद प्रत्याशी गुटबाजी से जूझ रहे

नगर निगम चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को उज्जैन में जो टिकट मिले हैं, उन टिकटों पर लड़ रहे प्रत्याशी परेशान नजर आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सिंधिया गुट के दो समर्थकों को पार्षद का टिकट दिया गया है।

उज्जैन उत्तर से दिलीप परमार को और दक्षिण से संग्रामसिंह को वार्ड 5 वार्ड 35 में। इनमें से दिलीप परमार पूर्व में राजेंद्र भारती गुट से कांग्रेस से पार्षद रह चुके हैं। इस बार उसी वार्ड से उन्हे भारती ने सिंधिया कोटे से टिकट दिलवाया। वहीं सूत्र बताते हैं कि संजय ठाकुर ने सिंधिया गुट से उज्जैन दक्षिण से संग्रामसिंह को टिकट दिलवाया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को शहर के चार वार्ड 35, 46, 47, 48 में रोड़ शो करेंगे। रोड़ शो की शुरूआत वार्ड 48 से होगी। इस रोड़ शो में वार्ड 35 शमिल रहेगा जहां संग्रामसिंह को निर्दलीय, कांग्रेस प्रत्याशी के साथ-साथ कथित गुटबाजी से भी दो-दो हाथ करना पड़ रहा है।

इस बीच वार्ड-5 से भी यह मांग उठी है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस वार्ड में भी रोड़ शो करना चाहिए था। हालांकि सूत्र बताते हैं कि श्री सिंधिया ने वार्ड-5 की सारी जिम्मेदारी राजेंद्र भारती पर डाल दी है। यदि यहां प्रत्याशी जीतता है तो राजेंद्र भारती का अपने ही निवास क्षेत्र में पकड़ होना साबित करेगा। यदि प्रत्याशी हारता है तो भारती की साख पर भी प्रश्न चिन्ह उठेंगे।

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