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उज्जैन में गुजरात फॉर्मूले पर बनी रणनीति, संघ ने भी संभाला मोर्चा

सुधीर नागर. उज्जैन:अयोध्या के राम मंदिर से भाजपा मध्यप्रदेश सहित उज्जैन में चुनावी जीत का परचम लहराने की तैयारी हो गई है। खास बात यह कि गुजरात फार्मूले पर भी राजनीतिक बिसात बिछाई जा रही है। अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राणप्रतिष्ठा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में करीब एक घंटा पूजन होगा। मोदी मुख्य यजमान के रूप में षोडोपचार पूजन करेंगे। इसे भाजपा पूरे प्रदेश में हिंदुओं का दिल जीतने की कोशिश करेगी।

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उज्जैन के भारतमाता मंदिर में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें गुजरात से आए जिला विधानसभा चुनाव प्रभारी और गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री जगदीश विश्वकर्मा (पांचाल) की उपस्थिति में संघ के आनुषांगिक संगठनों और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक कार्यशाला के रूप में हुई। संघ के विभाग कार्यवाहक पारस गहलोत ने इसका नेतृत्व किया।

इसमें बताया गया कि कैसे अयोध्या के राम मंदिर सहित अन्य मुद्दों को लेकर लोगों के बीच पहुंचना है। मंत्री विश्वकर्मा सहित गुजरात के अन्य नेताओं ने भी उज्जैन में डेरा डाल दिया है, जो चुनाव की सभी गतिविधियों पर नजऱ रखे हुए हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से 2023 विधानसभा को इसके सेमीफइनल के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि संघ भी इसे लेकर अघोषित रूप से सक्रिय हो गया है। पूरे प्रदेश में यही फॉर्मूला अपनाया जाएगा।

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छोटी छोटी टोली में ऐसे करेंगे काम

गुजरात के मंत्री विश्वकर्मा की उपस्थिति में संघ ने स्वायस्वेकों और भाजपा नेताओं को निर्देश दिए हैं कि वे 10 से 15 लोगों की छोटी टोली बनाएं और लोगों के बीच पहुंचकर उनका मानस वोटिंग के लिए तैयार करें। यह टोली लोगों के बीच जाएगी और बातों बातों में बताएगी कि मोदी सरकार ने किस तरह राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी और अब रामलला मंदिर में विराजने जा रहे हैं।

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महाकाल लोक सहित प्रदेश में बने धार्मिक लोक के बारे में भी बताया जाएगा। चर्चा इस तरह होगी कि वह प्रचार कम और बातचीत महसूस होगी। इसमें केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां भी बताई जाएगी। केंद्र की सफल विदेश नीति पर भी चर्चा की जाएगी।

पहले 23 जीतें फिर 24 में लहराएंगे ध्वजा…

मिशन 2024 तभी कामयाब होगा जब 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की फतह होगी। इसलिए उम्मीदवारों के नाम और अन्य बातों को भुलाकर काम करना होगा। संघ मुख्यालय ने भी ये निर्देश गोपनीय तौर पर जारी किए हैं। संघ भी इसी मंत्र पर काम करने के लिए तैयार हो गया है।

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