उज्जैन : सेकंड हैंड गाड़ी बेचने वालों में हड़कंप

पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई,
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253 गाडिय़ां जप्त, वेरिफिकेशन तक बेचने पर रोक
महाराष्ट्र-गुजरात की गाडिय़ों पर खास नजर…
उज्जैन। उज्जैन पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरानी कारों को खरीदने-बेचने का कारोबार करने वालों से 253 से अधिक गाडिय़ों को जप्त किया है। पुलिस दस्तावेजों के साथ कारों की वास्तविकता का वेरिफिकेशन कर रहीं हैं। इन कारों को बेचने पर फिलहाल रोक लगा दी है।
उज्जैन पुलिस ने सोमवार को शहर के 6 थाना क्षेत्रों में एकसाथ कार्रवाई करते हुए 21 से अधिक पुरानी कार खरीदने-बेचने वालों के यहां जांच की। इसमें महाराष्ट्र-गुजरात की गाडिय़ों की विशेष तौर पर पड़ताल की गई। पुलिस को जानकारी मिली थी कि अन्य राज्यों के कतिपय कार कारोबारी मंहगी और फायनेंस की गाडियों को उज्जैन के कार बाजारों के माध्यम से बेचते है। इनमें चोरी और अन्य अपराधों में उपयोग की गाडियां भी हो सकती हैं। वहीं कार बेचने के लिए दस्तावेजों में हेरफेर भी हो सकता हैं।
सभी के दस्तावेत मांगे…एसपी सत्येंद्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने शहर के 21 कार बाजारों पर एक साथ जांच कर संचालकों से उनके उपलब्ध कारों के दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया हैं। इन दस्तावेजों का गाडिय़ों के पंजीकृत आरटीओ से सत्यापन कराया जा रहा हैं। प्रारंभिक जांच में सभी कार बाजारों की 253 कार जप्ती में ली गई है। इसमें सबसे अधिक कार 168 चिमनगंज थाने और शेष अन्य थाना क्षेत्रों में जप्त की है। एसपी शुक्ला बताया कि दस्तावेजों का संबंधित आरटीओ और पुलिस से वेरिफिकेशन नहीं होने तक जप्त सभी गाडियों के बेचने पर रोक लगा दी है।