गुना बस हादसा: CM मोहन यादव ने दिए जांच के आदेश

CM ने कहा -दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

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भोपाल। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी। उन्‍होंने कहा कि मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही परिवहन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने को कहा है। सभी कलेक्टर्स और एसपी को भी बगैर परमिट चलने वाले वाहनों पर सतर्कता बरतने और दोषियों के विरुद्ध कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने परिवहन विभाग की सर्जरी की है। परिवहन विभाग के आयुक्त संजय झा के साथ गुना के कलेक्टर तरुण राठी और पुलिस अधीक्षक विजय कुमार खत्री को हटा दिया है। इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए। सुबह गुना आरटीओ रवि बरेलिया और सीएमओ बीडी कतरोलिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।

गुना बस एक्सीडेंट को लेकर देश की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, दूसरे राज्यों के सीएम सभी ने मृतक परिवारों के प्रति शाेक संवेदना जताई है. एक्स पर इस समय गुना बस एक्सीडेंट ट्रेंड भी कर रहा है. पूरे देश में इस हादसे की चर्चा हो रही है. बड़ी संख्या में लोगों का जिंदा जल जाना लोगों को हैरान कर रहा है. इसलिए भी मध्यप्रदेश सरकार इस मामले को लेकर गहन जांच-पड़ताल कराना चाह रही है.

सीएम ने कहा कि गुना हादसा मामले को लेकर मेरे मन में अत्यंत पीड़ा है। मध्यप्रदेश की संवेदनशील सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुना बस दुर्घटना मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने पर जिला क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने गुना के शासकीय जिला चिकित्सालय पहुंचकर बस हादसे में घायल लोगों से उनकी कुशलक्षेम पूछी एवं चिकित्सकों से घायलों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर समुचित उपचार के निर्देश दिए।

गुना बस हादसे की निष्पक्ष जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी दुर्घटना के कारणों, बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियां आदि की जांच, आग लगने के कारण एवं उत्तरदायी विभागों की जांच समेत विभिन्न पहलुओं पर 3 दिन में अपनी रिपोर्ट गुना कलेक्टर को सौंपेगी।

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