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नए CM की अंगारेश्वर महादेव में अगाध आस्था है…

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:प्रदेश के नए सीएम डॉ.मोहन यादव वैसे तो धार्मिक प्रवृत्ति है और देवी-देवताओं के प्रति श्रद्धा और आस्था है। पर मंगलकारी अंगारेश्वर महादेव में अगाध आस्था है। आप चालीस से अधिक वर्षों से प्रति मंगलवार को शिप्रा किनारे स्थित अंगारेश्वर महादेव जा रहे है।

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भगवान अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भात पूजा का विशेष महत्व माना गया है. पंडित उपाध्याय कहते हैं कि भात पूजा करने से बिगड़े काम भी बन जाते हैं। इसके अलावा अन्य कार्यों में भी सफलता मिलती है। अंगारेश्वर मंदिर में राजनेता भी नियमित रूप से पूजा करने के लिए आते हैं।

अंगारेश्वर महादेव मंदिर के परम भक्तों में डॉ.मोहन यादव शामिल हैं। मोहनली ४० साल से भी अधिक समय से प्रत्येक मंगलवार को दर्शन करने आते हैं। मान्यता है कि अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भात पूजा कराने से अनेक दोष दूर होते है। मंगलनाथ मंदिर के पीछे शिप्रा किनारे स्थित प्राचीन अंगारेश्वर महादेव मंदिर है।

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अवंतिका के प्राचीन 84 महादेवों मे 43वां स्थान रखने वाले महादेव श्री अंगारेश्वर महादेव अत्यंत चमत्कारी देव हैं, जिनके प्रतिदिन दर्शन करने मात्र से समस्त संकटों का नाश होता है और वे श्रद्धालु जो कि प्रति मंगलवार को भगवान का विशेष पूजन अर्चन करते हैं उनके सभी मंगल दोष न सिर्फ दूर होते हैं, बल्कि उन्हें संतान, धन, भूमि, संपत्ति और यश की प्राप्ति होती है। स्कंद पुराण के अनुसार उज्जैन को मंगल ग्रह का जन्म स्थान माना गया है, इसीलिए मंदिर में मंगल ग्रह की शांति के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान अंगारेश्वर महादेव का पूजन अर्चन करने उज्जैन आते हैं।

लाल कंकू और भात (चावल) से पूजा का विशेष विधान

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मंदिर के पुजारी पं. मनीष उपाध्याय ने बताया कि वैसे तो मंगलवार को हजारों लोग भगवान अंगारेश्वर का पूजन अर्चन करने मंदिर आते है। लेकिन मंगलवार को मंदिर में भगवान की लाल कंकू और भात (चावल) से पूजा करने का विशेष विधान है। उन्होंने बताया कि जिस मंगलवार को चित्रा, धनिष्ठा नक्षत्र जो कि अति श्रेष्ठ नक्षत्र हैं चतुर्थी के साथ आते हैं। उस दिन अंगारक चतुर्थी होती है इस दिन भगवान की पूजा अर्चना दर्शन करने से वास्तुदोष, भूमिदोष के निवारण के साथ ही न्यायालय में भी विजय प्राप्त होती है। अंगारेश्वर महादेव मंगल के देवता हैं और मंगल को शांत करने के लिए ठंडी वस्तुएं ही भगवान को अर्पित की जाती है।

अब तेजी से विकास की उम्मीद

मंगलनाथ मंदिर के पीछे स्थित प्राचीन अंगारेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार की योजना है। करीब २१ माह पहले ग्राम कमेड़ के समीप धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा 77.32 लाख रु. की लागत सेप्रस्तावित प्राचीन अंगारेश्वर महादेव मन्दिर के जीर्णोद्धार कार्य का भूमि पूजन किया गया था। भूमि पूजन में तात्कालीन धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मंत्री उषा ठाकुर, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव मौजूद थे। जीर्णोद्धार में मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल द्वारा पुरानी छत तोड़कर मन्दिर का विस्तार, मण्डप का निर्माण और एलीवेशन, शिखर का निर्माण, एसएस रैलिंग कार्य, नवीन फ्लोरिंग कार्य और लैंडस्केपिंग एवं पेवर कार्य प्रस्तावित था।

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