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नशे की सामग्री मिली, तीन छात्र निलंबित

विक्रम विश्वविद्यालय कुलपति ने किया हॉस्टल का निरीक्षण

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय के हॉस्टल में छात्रों के विवाद के बाद निरीक्ष्ण करने पहुंचे विक्रम विवि के कुलपति और अन्य अधिकारी उस वक्त भौंचक रह गए,जब छात्रों के कक्ष से नशे की सामग्री मिली। इस पर तीन छात्रों को विवि के हॉस्टल से निलंबित कर दिया है। इस मामले की सूचना विद्यार्थियों के अभिभावकों को दी गई है।

 

विक्रम विश्वविद्यालय के हॉस्टल में छात्रों के बीच लम्बे समय से विवाद चल रहा है। मारपीट की घटना के साथ एक-दूसरे समूह को परेशान करने के लिए अनुचित हरकत भी हॉस्टल में होती रही है। विवि प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई नहीं किए जाने से प्रतिदिन झगड़े सामने आ रहे है। हॉस्टल में अब बाहर के छात्रों की इंट्री भी होने लगी है। बताया जा रहा है कि विक्रम विश्वविद्यालय के शालिग्राम तोमर हॉस्टल में गुरुवार रात को हॉस्टल के छात्र कुलवंत चौधरी व आयुष सिंह के बीच बड़ा विवाद हो गया था। इसमें कुछ बाहरी छात्र भी शामिल थे।

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इसकी सूचना मिलने पर कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडे,विवि छात्रकल्याण संकाय अध्यक्ष डॉ एसके मिश्रा पुलिस के साथ पहुंचे थे। इस दौरान बाहरी छात्र भाग गए थे। इसके बाद विवाद करने वाले छात्रों के कक्ष को ताला लगाकर सील कर दिया था। इधर शुक्रवार को छात्रों ने कमरे में लगे ताले तोड़ दिए थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को रात करीब साढ़े आठ बजे कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे, प्रॉक्टर डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा, चीफ वार्डन डॉ डीडी बेदिया शालिग्राम तोमर हॉस्टल पहुंचे और छात्रों के कक्षों का निरीक्षण किया। हॉस्टल के बी-ब्लॉक के 13 नंबर कमरे में रहने वाले छात्र उत्तराखंड निवासी पीयूष पांडे के कमरे से गांजा पीने की चिलम व अन्य सामान मिला।

इस दौरान छात्र वहां से भाग निकले थे। कुलपति प्रो पांडे ने छात्र आयुषसिंह निवासी वेस्ट बंगाल के सी- ब्लॉक के कमरा नंबर 8 और राजस्थान निवासी कुलवंत सिंह के बी-ब्लॉक कमरा नंबर 12 से सामान निकालकर कमरों में ताला लगाकर तीनो छात्रों को हॉस्टल से निलंबित कर दिया। बताया गया कि तीनों ही छात्र विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक पाठ्यक्रम के छात्र है। बता दें कि चार माह पहले हॉस्टल में झगड़े हुए थे। उस वक्त एक दर्जन छात्रों को बाहर किया था, कुछ समय बाद उन्हे वापस ले लिया था। विश्वविद्यालय के हॉस्टल में 2९० छात्रों रह रहे है। सुरक्षा के नाम पर न तो सुरक्षा गार्ड है और ना ही कैमरे लगे है। जो कैमरे लगे थे वे भी तोड़ दिए है। बताया गया कि ऐसी व्यवस्था के कारण तीन छात्रों को पहले ही उनके अभिभावक हॉस्टल से ले जा चुके है।

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इनका कहना
कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडे ने कहा कि हॉस्टल में बाहरी छात्रों के कारण अव्यवस्था होती है। जल्दी ही हॉस्टल की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान या फिर सेना के एक्समैन को कंपनी से माध्यम तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाएंगे। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों की नशे करने शराबखोरी की शिकायत मिल रही है। ऐसे छात्रों पर अब सीधी कार्रवाई की जाएगी। हॉस्टल से निष्कासित छात्रों के अभिभावकों को बुलाया है। अभी विश्वविद्यालय से निकालने की कार्रवाही नही की है। छात्र नही सुधरे तो कठोर कार्रवाई होगी।

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