मामला चरक का: सीएमएचओ की भ्रामक जानकारी से मरीजों की फजीहत…

निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. दांगी सात माह से कर रहे ड्यूटी, उनकी बता दी नई पदस्थापना
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उज्जैन। चरक अस्पताल में जिन गंभीर गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे उन्हें दूसरे अस्पतालों में रैफर करना पड़ रहा है इसके पीछे कारण यह है कि अस्पताल में इन्टेसिविट पदस्थ नहीं हैं और जो हैं वह कॉल ड्यूटी कर रहे हैं, सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा समस्या का समाधान करने के चक्कर में सात माह से कॉल ड्यूटी पर आ रहे डॉ. भगवान दांगी की पदस्थापना को चरक भवन में बता दिया।
खबर प्रकाशित होने के बाद दी गलत जानकारी
अक्षर विश्व द्वारा शुक्रवार के अंक में चरक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की परेशानी से संबंधित समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया गया जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा ने जनसंपर्क विभाग के माध्यम से भ्रामक जानकारी यह कि शासन द्वारा डॉ. भगवान दांगी को निश्चेतना विशेषज्ञ के रूप में पदस्थ कर दिया है अब गंभीर गर्भवती महिलाओं का चरक अस्पताल में ऑपरेशन होगा और उन्हें दूसरे अस्पताल रैफर नहीं करना पड़ेगा रिलीज करवा दी, जबकि सच्चाई यह है कि डॉ. दांगी पिछले 7 माह से चरक अस्पताल में कॉल ड्यूटी कर रहे हैं।
यह है हालात
चरक अस्पताल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं संभाग भर से उपचार कराने पहुंचती हैं। जिन महिलाओं की सामान्य डिलेवरी क्रिटिकल होती है उनका ऑपरेशन किया जाता है लेकिन पूर्णकालिक इन्टेंसिविस्ट (निश्चेतना विशेषज्ञ) नहीं होने की स्थिति में गंभीर गर्भवती महिलाओं को आयुष्मान कार्ड होने पर आरडी गार्डी अस्पताल और नहीं होने पर एमवायएच इंदौर रैफर किया जाता है। रात के समय गंभीर गर्भवती महिलाओं को वर्तमान में भर्ती तक नहीं किया जा रहा।
क्यों जरूरत है फुल टाइम निश्चेतना विशेषज्ञ की
चरक अस्पताल में गंभीर गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन से पूर्व निश्चेतना विशेषज्ञ की जरूरत होती है। वर्तमान में सिर्फ डॉ. दांगी ही यहां पदस्थ है। एक डॉक्टर से 24 घंटे ड्यूटी नहीं करा सकते इस कारण उन्हें कॉल ड्यूटी पर बुलाया जाता है, जबकि 24 घंटे के मान से 8-8 घंटे की ड्यूटी के लिये दो इन्टेसिविस्ट की जरूरत है।
इनका कहना
निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. भगवान दांगी 27 मई से चरक अस्पताल में पदस्थ हैं। वह अकेले डॉक्टर हैं इस कारण इमरजेंसी ऑपरेशन के लिये उन्हें कॉल ड्यूटी पर बुलाया जाता है। हालांकि दिन में वह पूरे समय उपस्थित रहते हैं। वर्तमान में फुल टाइम इन्टेसिविस्ट की चरक अस्पताल में आवश्यकता है।
डॉ. निधि जैन, आरएमओ, चरक अस्पताल