विधायक का दर्द फिर छलका… माफी भी मांगी

उज्जैन उत्तर: विधानसभा की रणनीतिक बैठक में बोले पारस जैन- मेरे बारे में झूठी अफवाहें फैलाई
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:विधायक पारस जैन अपना टिकट कटने के बाद पार्टी के लिए काम में जुट गए हैं, लेकिन उनका दर्द बुधवार को पार्टी की एक रणनीतिक बैठक में उस समय छलक आया जब बातों ही बातों में उन्होंने शब्दों के दावपेच में बहुत कुछ ऐसा कह दिया जो कई संकेत भी दे गया। इससे पार्टी में एक बार फिर चर्चा का दौर शुरू हो गया है।

बुधवार शाम उज्जैन उत्तर क्षेत्र को लेकर पार्टी कार्यालय लोकशक्ति पर बैठक आयोजित की गई थी। इसमें कार्य विभाजन के साथ वार्ड प्रभारी भी बनाए गए। विधायक जैन को अपनी बात रखने के लिए कहा गया तो वे बोले उम्मीदवार की घोषणा से पहले मुझे बीमार भी बताया गया।
अगर मैं बीमार हूं, तो भाषण कैसे दे सकता हूं। आज भी फिट हूं। उन्होंने कहा इस बात का भी दु:ख है कि मेरे बारे में यह बात भी फैलाई गई कि मैं बहू किए टिकट चाहता था, जबकि पार्टी फोरम में कभी यह बात कही ही नहीं। हालांकि बाद में उन्होंने यह कहकर माफी भी मांगी कि अगर कोई बात कही है तो दूसरे रूप में न लें।
बैठक में ओम जैन को प्रभारी बनाया गया तो पार्षदों को वार्ड प्रभार सौंपा गया। चार सदस्यीय समिति भी बनाई गई है। दो शक्ति केंद्र भी रहेंगे। इस तरह पार्टी ने अपनी रणनीति को मैदानी स्तर पर लगा दिया है। पार्टी ने 9 नवंबर तक जनसंपर्क खत्म करने का टारगेट भी तय किया है।
कालूहेड़ा को जुझारू बताया…!
जैन ने नसीहत देते हुए कहा 20 साल तक किसी का विधायक बने रहना संभव नहीं है। 12 साल तक मंत्री रहना भी कठिन है, लेकिन अगर सही काम करो तो ऐसा हो सकता है। उन्होंने कहा हमारे उम्मीदवार कालूहेड़ा जुझारू है और अच्छा काम करते हैं। पूर्व यूडीए अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल के बारे में कहा वे अच्छे चुनाव संचालक हैं। भगवान करे वे हमेशा चुनाव संचालक ही बने रहें। उनके कहने का आशय था कि अग्रवाल अच्छे चुनाव संचालक हैं।
कुछ पदाधिकारियों में आक्रोश
गृहमंत्री अमित शाह की चुनावी सभा के बाद भाजपा के कुछ पदाधिकारियों में आक्रोश भी है। चुनाव प्रचार के दौरान यह आक्रोश बाहर आ रहा है। दरअसल, सभा और संभागीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ऐसे कार्यकर्ता तैनात रहे जो काफी नए और युवा हैं, जबकि पार्षद सहित कई पुराने पदाधिकारियों को न पूरी जानकारी मिली न शाह के साथ रहने का अवसर मिला। जिन नए युवाओं को अवसर मिला, वे सोशल मीडिया पर शाह के साथ की फोटो वायरल कर रहे हैं








