होटल और पेट्रोल पंप की परमिशन पर लगा ब्रेक हटा

उज्जैन में मास्टर प्लान के अनुसार होने लगी टीएनसी, आवेदन का रास्ता खुला
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
होटल और पेट्रोल पंप की परमिशन पर लगा ब्रेक हटा

कस्बा उज्जैन, सावराखेड़ी और जीवनखेड़ी के मामले अब भी अधर में
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:उज्जैन में नई कॉलोनी विकसित करने के साथ होटल और पेट्रोल पंप आदि की परमिशन पर लगा ब्रेक भी हट गया है। अब सिर्फ उज्जैन कस्बा, सावराखेड़ी और जीवनखेड़ी के मामले होल्ड पर हैं। अन्य जगह पर होटल खोलने का रास्ता साफ हो गया है।
उज्जैन में होटल और गेस्ट हाउस खोलने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। टीएनसी परमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन अपलोड होना शुरू हो गए हैं। महाकाल दर्शन और महालोक दर्शन के लिए आने वाली भीड़ के कारण दर्शनार्थियों को होटलों में रूम लेने की मारामारी के चलते कई बड़े निवेशक होटल खोलने की तैयारी में हैं। मास्टरप्लान 2030 में सिंहस्थ भूमि आरक्षित करने के लिए संशोधन की प्रक्रिया चल रही है।
इस कारण होटल और पेट्रोल पंप की परमिशन भी नहीं हो पा रही थी। अब आवेदन अपलोड न हो पाने की तकनीकी अड़चनें भी दूर हो गई हैं। भरतपुरी प्रशासनिक क्षेत्र स्थित टीएनसी दफ्तर में कॉलोनियों के साथ होटल और पेट्रोल पंप आदि की परमिशन देने की प्रकिया शुरू हो गई है। अधिकृत सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
चुनाव तक मास्टरप्लान में संशोधन संभव नहीं!
आगामी सिंहस्थ 2028 के लिए मास्टरप्लान में 148 हेक्टेयर जमीन को आरक्षित करने के लिए उज्जैन कस्बा, सावराखेड़ी और जीवनखेड़ी गांव की जमीन आवासीय से वापस कृषि उपयोग की करने की प्रक्रिया भोपाल मुख्यालय में चल रही है। सूत्रों की मानें तो यह संशोधन चुनाव से पहले होने की संभावना कम है। हालांकि इस देरी से साधु संत और शहर के कई लोग सहमत नहीं हैं। सभी का मानना है चुनाव से पहले ही स्थिति साफ की जाना चाहिए।








