इंदौर-उज्जैन फोरलेन पर देना होगा बढ़ा हुआ टोल टैक्स

उज्जैन। उज्जैन-इंदौर फोरलेन पर सफर और महंगा हो गया है, क्योंकि इस मार्ग पर टोल टैक्स की दरें बढ़ गई हैं। इसके हिसाब से अब कार के लिए 35 और हल्के व्यावसायिक वाहन के लिए 80 रुपए अदा करने पड़ेंगे, जो कि पिछली टोल दरों की तुलना में बढ़ी हुई है। ये दरें रात 12 बजे से यानी 1 सितंबर से लागू भी हो गई है, जो कि 31 अगस्त 23 तक प्रभावशील रहेगी।

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सिंहस्थ 2016 में बीओटी के तहत निर्माण हुए करीब 49 किमी लंबे उज्जैन-इंदौर फोरलेन से इस रूट पर परिवहन आसान हुआ है। शासन ने इस मार्ग पर टोल वसूली का ठेका श्री महाकालेश्वर टोलवेज प्रालि को दिया था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से एमपीआरडीसी इंदौर अपने कर्मचारियों को तैनात कर इस मार्ग पर टोल वसूली करवा रही है। ऐसा इसलिए कि टोलवेज कंपनी द्वारा अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं करने के चलते उसे टर्मिनेट कर एमपीआरडीसी ने टोल वसूली की व्यवस्था अपने हाथ में ले रखी है। इस मार्ग पर उज्जैन की तरफ निनोरा में और इंदौर की तरफ बारोली में टोल नाका है। बीओटी के चीफ इंजीनियर आशुतोष मिश्रा ने उक्त मार्ग के लिए टोल वसूली की रिवाइज व पिछली की तुलना में बढ़ी हुई दरें जारी की है।

मार्ग की टोल वसूली पुन: निजी हाथों में देने की प्रक्रिया चल रही

इस मार्ग की टोल वसूली पुन: निजी हाथों में देने की प्रक्रिया भी प्रचलन में है। टेंडर भी हो गए है। अनुबंधित निजी एजेंसी को सालभर में निर्धारित राशि शासन को टोल वसूली के एवज में भुगतान करना होगी। इस राशि की प्रीमियम हर सप्ताह जमा होगी, जबकि मार्ग का मेंटेनेंस व देखरेख एमपीआरडीसी करेगी। माना जा रहा है कि अक्टूबर से निजी एजेंसी के कर्मचारी पुन: इस मार्ग पर टोल वसूलते नजर आएंगे।

अन्य मार्गों में सबसे ज्यादा आवागमन इसी मार्ग पर, जेब पर पड़ेगा भार:

शहर से जुड़े चारों सीमा के विभिन्न मार्गों की तुलना में इसी मार्ग (इंदौर-उज्जैन) पर सबसे ज्यादा आवागमन होता है। इंदौर में एयरपोर्ट है। लिहाजा विभिन्न प्रांतों व देशों से आने वाले श्रद्धालु-पर्यटक व अन्य वहां तक हवाई मार्ग से आते और फिर इंदौर से उज्जैन का सफर इसी मार्ग से करते हैं। ऐसे में इस मार्ग से रोजाना 15 हजार वाहन गुजरते हैं। एक अनुमान के हिसाब से टोल वसूली भी रोजाना 6.50 से 8 लाख रुपए तक होती आई है।

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