ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के दबाव कम करने के लिए जल्द होगी नई गाइडलाइन तय

नया ट्रैफिक प्लान पर चर्चा….
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ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के दबाव कम करने के लिए जल्द होगी नई गाइडलाइन तय
उज्जैन। नव वर्ष पर घूमने-फिरने, देव- दर्शन के लिए पांच लाख से अधिक श्रद्धालु श्री महाकाल महालोक को निहारने, ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दर्शन करने आए थे। ऐसे में महाशिवरात्रि (18 फरवरी) पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने 10 लाख लोगों के उज्जैन आने की उम्मीद है।
बता दें कि नववर्ष के पहले दिन शहर की सभी पार्किंग फुल हो गई थी। श्रद्धालुओं को जानकारी देने के लिए किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी। जिला प्रशासन ने नए साल के इंतजाम में जो समस्याएं दिखीं, उनसे सबक लेकर अब भीड़ प्रबंधन के लिए स्थायी ट्रैफिक प्लान बनाने पर शनिवार को चर्चा की गई है।
दरअसल, बाबा महाकाल और महाकाल लोक को देखने आने वाले लोगों को शीघ्र, सुलभ, सुरक्षित दर्शन कराना और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए मंदिर पहुंच मार्गों को अतिक्रमण मुक्त कर चौड़ा किया जाएगा। छह नए स्थानों पर वाहन पार्किंग स्टैंड बनाया जाएगा।
शहर के कुछ आंतरिक मार्गों को वन वे में तब्दील किया जाएगा। कुछ रास्तों को नो व्हीकल मार्ग में बदला जाएगा। ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के दबाव कम करने के लिए नई गाइडलाइन तय होगी। कार्तिक मेला मैदान, सहित इंदौर रोड, जंतर मंतर रोड पर नए पार्किंग स्टैंड बनाने को कलेक्टर से जमीन मांगी है। अब ऐसा प्लान बनाएंगे जो आगामी विशेष अवसरों पर और सिंहस्थ 2028 में भी काम आएगा।
महाकाल क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने को लेकर शनिवार को संबंधित विभाग के अधिकारी नए ट्रैफिक प्लान को लेकर चर्चा कर चुके हैं। अगले कुछ दिनों में इसके परिणाम सामने आने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि श्रद्धालुओं के सुविधार्थ प्रमुख चौराहों मार्गों से बाएं मोड़ की बाधाएं हटाई जाएंगी।