गणेश विसर्जन में दौरान 200 सफाई कर्मचारी, शिल्पज्ञ और अन्यकर शाखा के कर्मचारी-अधिकारी भी रहे तैनात
वार्डों में दो दिन से नहीं लग रही झाडू, जिम्मेदार भी नहीं दे रहे ध्यान
उज्जैन।गणेश मूर्ति विसर्जन में आवश्यकता से अधिक निगम सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने से शहर की नियमित सफाई व्यवस्था चरमरा गई हैं। हालत यह है कि मुख्य बाजार, बस स्टैंड, सब्जी मंडी सहित कई वार्डों में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। वहीं नालियों का दूषित कचरा सड़कों पर ही फैला है।
ऐसे में बदबू, कीचड़, गंदगी बढऩे से मलेरिया डेंगू जैसी बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है। वहीं पिछले दो दिनों से यह स्थिति होने पर वार्डवासी भी खासे परेशान हैं। उन्हें बीमारियां होने का डर सताता है। दरअसल, धार्मिक पर्व पर विशेष व्यवस्थाओं के चलते शहर में साफ सफाई का टोटा बना रहता है। क्योंकि ऐसे अवसर पर सफाई कर्मचारियों को अतिरिक्त काम दिया जाता है। जिसका सीधा असर उनके मूल कार्य पर पड़ता हैं, यही कारण है कि गणेश पूर्ति विसर्जन को करीब दो दिन बीत गए है फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है।
स्थिति गम्भीर फिर भी हो रही चूक
वार्ड 52 दमदमा में हाल ही में डेंगू बुखार और वायरल से सम्बन्धित करीब 10 से ज्यादा लोग बीमार हो चुके है, वार्ड में डेंगू लार्वा का सर्वे भी हुआ, लेकिन वार्ड दरोगा की लापरवाही से क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। आलम तो यह है कि लोग अपने बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे, उन्हें डर है कि कहीं डेंगू बुखार की चपेट में न आ जाए। यही स्थिति शहर के अन्य वार्डों की बनी हुई है।
मूर्ति विसर्जन : 200 से अधिक कर्मचारियों की लगाई ड्यूटी…
गणेश मूर्ति विसर्जन के चलते निगम स्वास्थ्य विभाग ने अपने करीब 200 सफाई कर्मचारी तो शिल्पज्ञ शाखा और राजस्व शाखा के 10 से 15 कर्मचारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। जो रामघाट, त्रिवेणी, गऊघाट, हिरामिल कुंड, केडी पैलेश आदि स्थानों की व्यवस्था सम्भाल रहे थे।