उज्जैन:महिला सफाईकर्मी और उसके बेटे ने आरडी गार्डी के डाक्टर को पीटा

By AV NEWS

अपनी पत्नी को इंदौर अस्पताल छोड़कर कार से लौट रहा था डॉक्टर…

कार-बाईक की टक्कर के बाद हुई घटना

उज्जैन।दो महिला सफाईकर्मियों को बाइक पर बैठाकर हरिफाटक चौराहे की ओर जा रहे युवक ने इंदौर बायपास रोड़ की ओर से आ रही कार से टक्कर की गफलत में बैलेंस बिगडऩे पर बाइक गिरा दी जिससे महिलाएं घायल हो गईं। कार चालक आरडी गार्डी के डॉक्टर ने कार रोककर घायलों को मदद की बात कही तो एक महिला और उसके बेटे ने डॉक्टर के साथ मारपीट कर दी।

नीलगंगा टीआई मौके पर पहुंचे। मारपीट करने वाले युवक को पकड़कर थाने में बैठाया और डॉक्टर की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज करवाई। इसी बीच कुछ सफाईकर्मी थाने पर एकत्रित हो गये और डॉक्टर की गलती बताकर मारपीट करने वाले युवक की ओर से एफआईआर दर्ज करने की बात कही। टीआई रविन्द्र यादव ने थाने पहुंचकर मामले का पटाक्षेप किया।

यह है पूरा मामला
डॉ. राजेश चौहान पिता जगन्नाथ निवासी महिदपुर रोड़ आरडी गार्डी अस्पताल में अर्थोपेडिक डॉक्टर हैं। राजेश चौहान ने बताया कि सुबह वह उनकी पत्नी को अरविंदो अस्पताल इंदौर छोडऩे गये थे। वहां से कार से लौट रहे थे तभी हरिफाटक चौराहे पर लगे पुलिस बेरिकेड्स के पास से दो महिलाओं को बाईक पर बैठाकर युवक आ रहा था। उसने दूर से कार को देखा तो बाइक का बैलेंस बिगड़ गया और तीनों गिरकर घायल हुए। डॉ. चौहान ने कार साइड में खड़ी की और मदद के लिये घायलों के पास गये तो एक महिला ने उन्हें पकड़ लिया और उसके बेटे ने मारपीट शुरू कर दी।

चौराहे पर बैठे पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव किया और मारपीट करने वाले युवक को पकड़कर नीलगंगा थाने लाये। यहां डॉ. चौहान ने सन्नी नामक युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी बीच दो दर्जन सफाईकर्मी थाने पर एकत्रित हो गये। उनका कहना था कि गलती डॉक्टर की है उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाये। टीआई रविन्द्र यादव थाने आये और रिपोर्ट की मांग कर रहे सफाईकर्मियों को सही स्थिति की जानकारी दी। टीआई ने लोगों को बताया कि डॉक्टर की कार से टक्कर लगी ही नहीं फिर उसके साथ सन्नी ने मारपीट क्यों की। इस पर सफाईकर्मी मान गये और थाने में बंद सन्नी से माफी मंगवाने की बात कहकर राजीनामा करने को कहा।

लॉकअप से निकलते ही डॉक्टर के पैर पकड़े…
सन्नी अपनी बाइक पर मां आशाबाई और परिचित चंदाबाई को बाइक पर बैठाकर ले जा रहा था। बाइक फिसलने से उक्त लोग घायल हुए थे। पुलिस ने सन्नी को पकड़कर लॉकअप में डाल दिया था। जब उसके साथियों ने मामला समझा तो सन्नी से कहा कि डॉक्टर चौहान से माफी मांगे। डॉ. चौहान इसके लिये तैयार हो गये। सन्नी जैसे ही लॉकअप से निकला तो डॉक्टर के पैर पकड़कर माफी मांगी और मामले में राजीनामा हो गया।

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