उज्जैन। प्रशासन और नेता दावा कर रहे हैं कि माधवनगर अस्पताल में बेड की समस्या नहीं, परन्तु ये तस्वीरें उनके दावों की पोल खोल रही है कि जिंदगी बचाने के लिए किस तरह जमीन पर बैठकर या लेटकर ऑक्सीजन लगवा रहे हैं। डॉक्टर केवल गंभीर मरीजों को ही भर्ती कर रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं हो रहा।
पांच हजार ऑक्सीजन सिलेंडर फिर भी शार्टेज
शहर में ऑक्सीजन के पांच हजार सिलेंडर मौजूद हैं, परंतु फिर भी आम आदमी ऑक्सीजन के लिए दर-दर भटक रहा है। यह सब काला बाजारी का नतीजा है। लोगों से अधिक दाम वसूलने के लिए शार्टेज करके हर दिन रेट बढ़ाए जा रहे हैं। कल तक 150 रुपए में 10 किलो के ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल का चार्ज लिया जा रहा था, आज उसका दाम 200 रुपए कर दिया गया। इसी तरह से 4200 रुपए का कंपलीट ऑक्सीजन सिलेंडर अब 8500 रुपए में दिया जा रहा है।