हरिफाटक ब्रिज से लेकर वाकणकर ब्रिज तक 214 अवैध दुकानों को हटाया
शासकीय भूमि पर वर्षों से अवैध कब्जा कर बना था गैरेजों का मार्केट
उज्जैन।हरिफाटक ब्रिज से लेकर वाकणकर ब्रिज तक बसों और ट्रकों से लेकर सभी प्रकार के चार पहिया वाहनों की बॉडी व इंजन सहित अन्य पाटर््स बनाने और सुधारने के दर्जनों आटो गैरेज के अवैध मार्केट को प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अफसरों की मौजूदगी में सुबह 6 बजे से हटाने की कार्यवाही शुरू हुई। मामूली विरोध के बीच अनेक लोगों ने स्वैच्छा से दुकानें खाली कर दीं। इस क्षेत्र में कुल 214 दुकानें अवैध थीं जिन्हें नगर निगम द्वारा नोटिस जारी किया गया था।
वर्ष 2004 सिंहस्थ महापर्व के पहले इंदौरगेट क्षेत्र से अवैध आटो गैरेज प्रशासन द्वारा हटाये गये थे। तब कुछ लोगों ने हरिफाटक ब्रिज से इंदौर रोड़ बायपास पर स्थित शासकीय जमीन पर गुमटियां रखकर गैरेज बना लिये।
इसके बाद धीरे धीरे अतिक्रमण शुरू हुआ जो वर्तमान में आटो गैरेज का बड़ा बाजार बन चुका था। हरिफाटक ब्रिज के पास से लेकर वाकणकर ब्रिज तक कुल 214 अवैध गैरेज व अन्य दुकानें, गुमटियां संचालित करने वालों को नगर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया।
अफसरों ने बताया कि दुकानदार कोर्ट से स्टे लेकर आये थे। उसकी समय सीमा कल समाप्त हो चुकी है। अब नगर निगम द्वारा शासकीय जमीन का कब्जा लेने की कार्यवाही शुरू की गई है। सुबोध जैन सहायक आयुक्त नगर निगम ने बताया कि 214 लोगों को नोटिस देने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा था। सुबह नगर निगम के 125 कर्मचारियों के साथ 12 जेसीबी, 6 ट्रेक्टर, 4 क्रेनें लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंचे हैं। नगर निगम टीम के अलावा यहां पर प्रशासन व पुलिस के अफसर भी मौजूद रहे।
पूरे समय डटे रहे यह अफसर
एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, एएसपी अमरेन्द्र सिंह, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल अपनी-अपनी टीमों के साथ सुबह से ही यहां डटे रहे। उन्होंने अपनी देखरेख और मार्गदर्शन में अतिक्रमण हटवाने की कार्यवाही शुरू कराई। एडीएम सूर्यवंशी ने बताया कि अनेक लोग स्वैच्छा से अपनी गुमटियां हटा रहे हैं विरोध की कोई स्थिति नहीं है। एएसपी अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अलग-अलग थानों का पुलिस बल व सशस्त्र पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
हल्के विरोध को हल्के से निपटाया
वाकणकर ब्रिज के पास नगर निगम की जेसीबी ने जैसे ही दुकानों की ओर रुख किया तो यहां गुमटी व दुकानें संचालित करने वाले कुछ लोग जेसीबी के सामने खड़े होकर विरोध करने लगे।
यहां मौजूद सीएसपी वंदना चौहान ने उनसे चर्चा कर शांत करने का प्रयास किया तभी एडीएम सूर्यवंशी और एएसपी अमरेन्द्र सिंह यहां पहुंचे। दोनों अफसर लोगों से बात करते हुए आगे बढ़ते चले गये। पीछे पीछे दो जेसीबी चलीं और एडीएम ने लोगों से कहा कि आपके पास पूरा समय है कोई जल्दबाजी नहीं करेंगे अपनी दुकानों का सामान सुरक्षित तरीके से निकाल लो, लोग तुरंत सामान समेटने में लग गये।
पार्क बनाने की योजना
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि 2 हेक्टेयर के लगभग शासकीय जमीन पर वर्षों से लोगों ने अतिक्रमण किया था जिन्हें हटाकर अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। सिंहस्थ महापर्व के मद्देनजर यह जमीन बहुत उपयोगी है। करोड़ों रुपये कीमत की इस जमीन पर अब पार्क व अन्य निर्माण कार्य कराये जाएंगे।
ट्रेक्टर और ट्रक वालों की भीड़
प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर की गई अतिक्रमण हटाने की मुहिम की जानकारी जैसे ही लोडिंग वाहन चालकों और अटाला व्यापारियों को लगी तो यहां ट्रेक्टर, ट्रक लेकर लोग पहुंच गये। गुमटियां व दुकानों का सामान हटा रहे लोग इन्हीं वाहनों में दुकान का सामान भरकर ले गये।