उज्जैन की चिंता खत्म…गंभीर डेम का गेट नंबर 3 खोला

15 दिन पहले डेम में 400 एमसीएफटी था पानी, अब 2250 से ऊपर पहुंचा…
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उज्जैन। 15 दिन पहले गंभीर डेम में नाम मात्र का पानी भरा था। पीएचई अफसरों के साथ शहरवासी भी संभावित पेयजल संकट की समस्या को लेकर चिंतित थे और आस लगाये बैठे थे कि किसी भी तरह डेम भर जाये ताकि पेयजल का भीषण संकट खड़ा न हो। आज सुबह की पहली किरण सभी लोगों के लिये खुशियां लेकर आईं। गंभीर डेम अपनी पूरी क्षमता से भरा और स्थिति यह बनी कि एक गेट पहले एक मीटर और फिर बढ़ाकर डेढ़ मीटर खोलना पड़ा।
एक दिन पहले गुरूवार को गंभीर डेम में 85 प्रतिशत पानी स्टोर हो चुका था। पीएचई अफसरों द्वारा डेम पूरी क्षमता से भरने की संभावना जताई जा रही थी। उपयंत्री राजीव शुक्ला ने बताया कि रात 1 बजे यशवंत सागर का एक गेट 5 फीट खोला गया था। इसके अलावा गंभीर के कैचमेंट एरिया में रात 11 से 12.30 बजे तक झमाझम बारिश हुई। यशवंत सागर का रात में खुला गेट सुबह 6 बजे तक खुला रहा। एक साथ दो तरफ से गंभीर डेम में पानी स्टोर होना शुरू हुआ। सुबह 5.45 बजे तक डेम पूरी क्षमता से भरा और स्थिति यह बनी कि एक गेट को एक मीटर तक खोलना पड़ा लेकिन पानी की आवक तेज होने के कारण एक गेट सुबह 9 बजे डेढ़ मीटर और उसके बाद उसी गेट को दो मीटर तक खोलना पड़ा। 11 बजे तक गंभीर डेम का एक गेट दो मीटर तक खुला था।
अक्षरविश्व अपील : रोज हो जलप्रदाय…शहर के मुख्य जल स्त्रोत गंभीर डेम आखिरकार पूरी क्षमता से भर गया है और लेवल मेंटेन करने के लिए इसका एक गेट भी खोला गया है। वर्तमान में शहर में एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा है। अब जबकि गंभीर में २२५० एमसीएफटी पानी आ गया है। ऐसे में अक्षरविश्व शहरवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और नगर निगम से अपील करता है कि शीघ्र ही शहर में प्रतिदिन जल प्रदाय की व्यवस्था की जाए।
गौरतलब है कि 15 दिन पहले गंभीर डेम में मात्र 400 एमसीएफटी पानी था। आज गंभीर डेम पूरी क्षमता 2250 एमसीएफटी से भरा है और एक गेट खोलना पड़ा है। उपयंत्री राजीव शुक्ला ने बताया कि सभी लोगों की मन्नत पूरी हुई है और अब डेम में स्टोर पानी को साल भर के लिये सहेजकर रखना जरूरी है।