उज्जैन: सिंहस्थ तैयारी में जुटा प्रशासन, कलेक्टर ने ली बैठक

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच प्रशासन सिंहस्थ तैयारियों को लेकर जुट गया है। गुरुवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सिंहस्थ तैयारियों की समीक्षा बैठक बुलाई।
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सिंहस्थ 2028 में चार साल बचे हैं। फ्रीगंज में पुराने ब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनाने की प्रशासकीय स्वीकृति पूर्व शिवराज सरकार द्वारा जारी की जा चुकी है, लेकिन अब तक इसका टेंडर जारी नहीं हो सका है।
कलेक्टर सिंह ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से अपडेट जानकारी ली। सिंहस्थ की तैयारियों के लिए प्रदेश सरकार ने 18 हजार 840 करोड़ रुपये की योजना बनाई है, जिसमें 19 विभिन्न विभागों के माध्यम से 523 कार्य प्रस्तावित हैं।इनमें महामृत्युंजय द्वार से त्रिवेणी संग्रहालय पार्किंग स्थल तक 3700 मीटर लंबा फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर सहित इंदौर गेट रेलवे स्टेशन से हरिफाटक पुल तक 800 मीटर लंबा फुट ओवर ब्रिज बनाना।
116 करोड़ रुपये से महाकाल मंदिर के आसपास की सड़कों का विकास, 153 करोड़ रुपये से रेलवे स्टेशन से महाकालेश्वर मंदिर तक रोप-वे बनाना शामिल है। 84 करोड़ रुपये से 4.3 किलोमीटर लंबे महाकाल सवारी मार्ग को 15 से 24 मीटर चौड़ा कर हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में विकसित करने की योजना भी शामिल है।
देवास रोड फोरलेन सड़क परियोजना से छूटे हिस्से (नागझिरी से दताना तक) में 38 करोड़ 52 लाख रुपये से फोरलेन सड़क बनवाना। उज्जैन को जोडऩे वाले शेष छह मुख्य मार्गों को चौड़ा करना। क्षिप्रा रिवर फ्रंट परियोजना अंतर्गत ऐतिहासिक 17 घाटों का वास्तु चरित्र पुनजीर्वित करना और 24 किलोमीटर दायरे में सात नए घाट, दो बैराज बनाना शामिल है।
आखिर टेंडर क्यों नहीं लग रहा
फ्रींगज में पुराने ब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनाने की प्रशासकीय स्वीकृति के बावजूद टेंडर क्यों नहीं लग रहा, यह सवाल भी उठ रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले ही इसे स्वीकृति दी जा चुकी है। टेंडर में देरी होने से लागत में अंतर आ सकता है।