उत्तराखंड टनल में फंसे मजदूरों के लिए महाकाल मंदिर में पूजा

उत्तराखंड में टनल ढहने से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. फंसे हुए सभी लोगों की की जान बचाने के लिए महाकाल मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई. उज्जैन ज़िले के महाकाल मंदिर में महाकाल महामृत्यंजय जाप किया गया. पूजा खत्म होने के बाद बाबा महाकाल को जल भी अर्पित किया.

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इस दौरान सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रार्थना की गई. बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग धसने से टनल में करीब 41 मजदूर फंसे हुए है. बीते 1 हफ्ते से मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

टीम की तरफ से किए गए अब तक की तमाम कोशिशों के बाद भी मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जा सका है. हालांकि इसमें राहत की बात है कि फंसे हुए सभी मजदूर अंदर सही-सलामत हैं. उन्हें निकालने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही है. बीते दिन भी उन्हें पाइप के ज़रिए बोतल बंद खिचड़ी पहुंचाई गई थी. वहां पर फंसे मज़दूरों को लगातार ऑक्सीजन और लाइट की सप्लाई की जा रही है.

इन्हीं सब के दौरान सोमवार को महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित रमन त्रिवेदी ने महाकाल मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की. उन्होंने 11 पंडितो और धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों सकुशल वापसी की कामना की. इसके बाद मंदिर में महामृत्युंजय और रुद्राभिषेक किया गया.

बता दें कि फंसे हुए मज़दूरों की कुशलता के लिए 24 घंटे तक जाप भी किया है. इसके बाद मंगलवार को बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया गया. फिर अनुष्ठान पूजा करने के बबाद मजदूरों के सब कुशल निकालने की कामना की गई. महाकाल मंदिर के पूजारी पंडित रमण त्रिवेदी ने भी हमसे बातचीत की. उन्होंने कहा कि मृत्यु पर विजय पाने वाले बाबा महाकाल के मंदिर में उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे हुए लोगों की सलामती के लिए प्रार्थना की गई है. वहीं, कुछ लोग अन्य मंदिरो में भी हवन व पूजन कर रहे हैं.

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