कुओं की सफाई के 1 करोड़ रु. कहां डूब गए…?

नगर निगम में अफसरों की लापरवाही… स्वीकृत राशि के बावजूद भी काम नहीं हुए, पड़ताल की तो खुली पोल

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11 चौराहों के विकास के लिए 11 करोड़ का बजट था, अब सिर्फ 7 चौराहों का विकास, वह भी अधूरा

आज शाम निगम के ठेकेदारों से होंगे जवाब तलब, चौराहों पर लगेंगे पोस्टर

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नगर निगम में लापरवाही का यह आलम है कि करोड़ों स्वीकृत होने के बाद भी काम पूरे नहीं होते हैं। कुओं की सफाई के लिए पीएचई से 1 करोड़ 80 लाख रुपए लेकर दिए गए थे, लेकिन कुछ ही कुओं की सफाई हो सकी और काम अधर में पड़ गया। शहर के 11 चौराहों के विकास के लिए 11 करोड़ की राशि मंजूर की गई, लेकिन वक्त पर काम न हो पाने से खर्चा बढ़ गया। नतीजा यह कि चौराहों की संख्या घटाकर 7 की गई फिर भी काम नहीं हो पा रहा।

कुओं की सफाई का मुद्दा भी स्मार्ट सिटी की बैठक में उठा। बताया गया कि पीएचई से 1 करोड़ 80 लाख रुपए लेकर इसी काम के लिए दिए गए थे। बैठक में सवाल उठा कि अगर सभी कुओं की सफाई नहीं हो सकी तो पैसा कहां गया। स्मार्ट सिटी।को यह पैसा दिया गया था। काम नहीं कर पा रहा तो बचा पैसा वापस पीएचई को लौटाने का निर्णय भी लिया गया। शहर के 11 चौराहों के विकास के लिए पूर्व में 11 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे, लेकिन यह काम भी पूरी तरह से नहीं हो सका। केवल शांति पेलेस चौराहे का काम ही थोड़ा हो सका।

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इस पर महापौर मुकेश टटवाल और निगम आयुक्त रौशनसिंह चौहान ने जिम्मेदार अफसरों को जमकर फटकार लगाई। निगम अब केवल सात चौराहों का विकास सात करोड़ की लागत से कर रहा है। सात दिन बाद फिर बैठक बुलाकर अफसरों से सवाल जवाब किए।जाएंगे। शनिवार शाम को ठेकेदारों से भी बैठक में पूछा जाएगा कि चौराहों के विकास कार्य क्यों नहीं हो पा रहे। एमआईसी सदस्य प्रकाश शर्मा, रजत मेहता, पार्षद रामेश्वर दुबे, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, अधीक्षक यंत्री स्मार्ट सिटी नीरज पांडे उपस्थित थे।

अब पहले फ्लेक्स लगाओ…

निगम आयुक्त ने इंजीनियरों से कहा चौराहों पर कैसा और क्या विकास होना है, इसके फ्लैक्स लगाओ और इसी के अनुसार काम करो। कोयला फाटक, चामुंडा माता, तीनबत्ती चौराहा, भरतपुरी चौराहे का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

चौराहे पर गमले रखे हैं, इसलिए नहीं हो पाया काम!

देवास रोड स्थित भरतपुरी चौराहे का विकास कार्य न हो पाने पर निगम के एक अफसर ने हास्यास्पद जवाब दिया। कहा, एक कोने में गमले रखे हैं। इनको कैसे हटाएं। निगम आयुक्त ने जमकर फटकार लगाते हुए कहा किसी को यह बात अब तक बताई क्यों नहीं। तीन बत्ती चौराहे के विकास में नवकार कॉम्प्लेक्स का अवैध निर्माण बाधा बना हुआ है। निगम अफसर इसे भी हटा नहीं पा रहे।

छत्रीचौक सौंदर्यीकरण की डिजाइन बदली

छत्रीचौक सौंदर्यीकरण की योजना भी बैठक में बताई गई। इसकी डिजाइन में कुछ बदलाव किए गए हैं। जल्द ही नई डिजाइन तैयार कर प्रस्तुत की जाएगी।उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा यह काम किया जाएगा। इसके लिए 7 दिन में टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

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