उज्जैन। महाकाल लोक में मूर्तियों-म्यूरल्स की सुरक्षा और सुंदरता कायम रखने के लिए 900 मीटर लम्बे महाकाल कॉरिडोर में डिजाइनर रैलिंग लगाई जाएगी। ताकि महाकाल लोक में आने वाले लोग मूर्तियों-म्यूरल्स के पास नहीं जा सकेंगे और परिसर की हरियाली-पौधें सुरक्षित रहें।
महाकाल लोक को निहारने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां आने वाले कई लोग इसकी खूबसूरती पर दाग लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस खबर को ‘अक्षरविश्व’ द्वारा ‘सुरक्षा में लापरवाही से महाकाल-महालोक की मूर्तियां होने लगी क्षतिग्रस्त’ शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका असर हुआ कि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने निर्णय लिया कि जल्द मूर्तियों के आसपास रेलिंग लगाई जाएगी। ताकि श्रद्धालु मूर्तियों-म्यूरल्स के पास तक नहीं जा सके। महाकाल लोक की खूबसूरती बनाए रखने के लिए अन्य आवश्यक कदम भी उठाएं जाएंगे।
बता दें कि महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर के किनारे स्मार्ट सिटी ने नया कॉरिडोर विकसित किया है। 900 मीटर लंबे इस कॉरिडोर में 190 मूर्तियां, म्यूरल्स में शिव, शक्ति और श्रीकृष्ण से संबंधित मूर्तियों के माध्यम से धार्मिक कथानकों की जानकारी हैं। इनके अलावा सप्त ऋषि,नवग्रह, शिव आनंद तांडव सहित अनेक कथानकों को इनमें प्रदर्शित किया गया है। सेल्फी के चक्कर में महाकाल लोक में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे है,लेकिन परिसर की सुरक्षा और सुंदरता को कायम रखने में लोगों की मनमानी और हरकते भारी पड़ रही है।
कई जगह तो पत्थरों को भी तोड़ दिया गया है। महाकाल लोक की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए अब मंदिर समिति ने निर्णय लिया है की जल्द ही मूर्तियों-म्यूरल्स के आसपास रेलिंग लगाई जाएगी। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि मूर्तियों-म्यूरल्स और पौधों को नुकसान पहुंचाया है। मूर्तियों के पास खड़े होकर फोटोग्राफी कर रहे है। जिससे मूर्तियों को नुकसान पहुंच रहा है।
मूर्तियों को सुंदरता बनाए रखने के लिए 900 मीटर लम्बे कॉरिडोर पर डिजाइनर रेलिंग लगाई जा रही। भगवान विष्णु की मूर्ति का चेहरा ही सुरक्षित नहीं बचा है। मूर्ति बगैर मुंह की हो गई है। शिव बारात के प्रसंग में शामिल नंदी का पंजा ही गायब हो गया है। इसके अलावा अनेक ऐसी मूर्तियां है,जो क्षतिग्रस्त होने लगी है।