चीन में फैली बीमारी पर स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी, अस्पतालों को दिए दिशा-निर्देश

By AV NEWS

चिंता की कोई बात नहीं, सतर्कता है जरूरी

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:चीन में छोटे बच्चों में फैल रही बीमारी निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू को लेकर मध्यप्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क किया है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा के लक्षणों पर नजर रखने को कहा है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के बाद संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र ने भी सभी जिलों को सतर्कता और निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।

सीएमएचओ डॉ. दीपक कुमार पिप्पल ने बताया प्रदेशभर के किसी भी जिलों में अभी तक बच्चों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू का कोई मामला नहीं आया है, लेकिन सावधानी के तौर पर सभी जिलों के अस्पतालों में विशेष निगरानी रखने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश मिले हैं कि जिलों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू रोगियों के उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड आक्सीजन बेड आइसीयू बेड वेंटीलेटर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जाए।

सीएमएचओ पिप्पल के अनुसार चिंता की कोई बात नहीं है। सर्तकता के लिए सरकार से एडवाइजरी मिलने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की जा रही है। मप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक प्रियंका दास द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि वर्तमान में चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन प्रदेश में लोक स्वास्थ्य एवं अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने का अवसर है। इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं में अपेक्षित मानव संसाधन, अस्पताल के बिस्तर, जांच-परीक्षण, दवाइयां-कंज्यूमेब्लस के साथ सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना है।

ऐसे होगी रोगी की पहचान

चिकित्सालय व समुदाय केंद्रों के स्तर पर किसी भी प्रकार की सांस से संबंधित बीमारी, इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले रोगियों की निगरानी कर जानकारी केंद्र सरकार के अधिकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल पर देनी होगी। लक्षणों से ग्रसित रोगियों के नाक व गले का स्वाब जांच के लिए नजदीकी मेडिकल कालेज में भेजा जाएगा। रोगी पाए जाने पर दल मौके पर जाकर पूरे इलाके की जांच करेगा।

इलाके की मानिटरिंग की जाएगी फिलहाल अलर्ट मोड पर रखे गए हैं। सभी अस्पताल इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल अभी तक प्रदेश में इस प्रकार का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सुरक्षा के लिए मद्देनजर इस प्रकार के आदेश देकर राज्य सरकार पहले से तैयारी कर रही है।

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