जानें, मंदिर और लड्डू गोपाल के लिए झांकी सजाने के तरीके और किन चीजों का लगाएं भोग

By AV NEWS

जन्माष्टमी पर्व पूरे भारत में बड़ी ही धूम-धाम से मानया जाता है। इस साल जन्माष्टमी का पर्व 6 और 7 यानी दोनों दिन ही मनाया जा रहा है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी भगवान विष्णु के अवातार श्री कृष्ण की जन्मतिथि है। इस दिन श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। भारत के कृष्ण मंदिरों को इस दिन बहुत ही भव्य तरीके से सजाया जाता है और रात के 12 बजे श्री कृष्ण जी का जन्म करवाया जाता है।

श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में लोग अपनी क्षमता और श्रद्धानुसार कीर्तन-भजन करते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म को उतनी ही खुशी और धूम-धाम से मनाया जाता है, जितना की एक बच्चे के जन्म होने पर मनाया जाता है। श्रीकृष्ण के बाल रुप लड्डू गोपाल को बहुत ही सुंदर वस्त्र पहनाएं जाते हैं। इस दिन लोग घर और मंदिर की भी बहुत अच्छे से सजावट करते हैं। श्री कृष्ण के लिए झूला बनाया जाता है और सजाया जाता है। जानें, मंदिर और लड्डू गोपाल के लिए झांकी सजाने के तरीके

गुब्बारे और फूलों की सजावट
जैसे किसी छोटे बच्चे के जन्मदिन पर घर को फूलों और गुब्बारों से सजाया जाता है। उसी तरह श्री कृष्ण के जन्म को भी किसी बच्चे के जन्मदिन की तरह ही मनाया जाता है। इस दिन घर को फूलों और गुब्बारों से सजाया जाता है। जिस कमरे में मंदिर या फिर  लड्डू गोपाल विराजमान होते हैं, उसकी अच्छे से सजावट करें और महकाएं।

रोशनी से जगमगाएं
श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में पूरे घर को रोशन कर दें। श्री कृष्ण के स्वागत में पूरे घर को दिए या फिर बिजली वाले झालरों से सजा सकते हैं। घर के मंदिर को भी प्रकाशमय कर दें। घर के किसी भी कोने में अंधकार न होने दें।

लड्डू गोपाल का झूला सजाएं
किसी भी बच्चे के जन्म के बाद उसे झूले या फिर पालने में रखा जाता है। उसी तरह ही श्री कृष्ण को भी जन्म के बाद पालने में रखा जाता है। उन्हें बैठाने के लिए झूला भी सजाया जाता है। लड्डू गोपाल के झूले को रंग-बिरंगी मोतियों, फूलों या आरामदायक व सुंदर रंग के बिस्तर बिछाकर सजा सकते हैं।

श्री कृष्ण के लिए झांकी सजाएं
कान्हा के जन्म पर मंदिर को बच्चों के खिलौनों के साथ भी सजाया जा सकता है। नंद लाल के पालने के आगे या फिर मंदिर के आसपास मिट्टी या प्लास्टिक की गाय हो या गुड्डे-गुड़ियां से सजावट करें। इस दिन को और खास बनाने के लिए गोकुल वृंदावन का दृश्य बना सकते हैं।

घर को सजाने के लिए रंगोली बनाएं
सनातन धर्म में रंगोली को बहुत ही शुभ माना जाता है। जन्माष्टमी पर घर को सजाने के लिए लोग घरों में रंगोली भी बना सकते हैं। प्राचीन काल से ही घर को सजाने के लिए रंगोली बनाई जाती है। घर की सजावट करके और रंगोली बना कर श्री कृष्ण को अपने घर आने के लिए बुलाएं।

बांसुरी की सजावट

जन्माष्टमी पर अगर आपने सजी-सजाई बांसुरी नहीं ली है तो आप अपने घर पर भी सजा सकते हैं. आप एक प्लेन बांसुरी ले लें. उसके बाद उस पर एक सुन्दर सा रेशमी नारंगी कलर का कपड़ा लपेट लें। फिर उस कपड़े पर गोल्डेन कलर की पतली लेस को अच्छे से चारों तरफ घुमाकर चिपका लें। फिर उस पर ग्लू की मदद से छोटे- छोटे सुन्दर से स्टोन लगा दें। लीजिए आपके कान्हा की सुन्दर सी बांसुरी सजकर तैयार हैं।

जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को किन चीजों का लगाएं भोग’

दूध का भोग
जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को दूध या फिर इससे बनी चीज जैसे खीर, सेवइयां आदि का भोग लगा सकते हैं।

माखन मिश्री का भोग
कृष्णा को माखन मिश्री अति प्रिय है। ऐसे में जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को नहला-धुलाकर साफ कपड़े पहनाएं और फिर उन्हें माखन मिश्री का भोग लगाएं।

लड्डू का भोग
बाल कृष्ण को माखन मिश्री के अलावा लड्डू का भोग भी लगा सकते हैं।

भोजन का भोग
जन्माष्टमी के दिन घर में बने तरह-तरह के पकवानों का भोग में लड्डू गोपाल को लगाया जा सकता है।

पंचामृत का भोग
आप शाम के समय में लड्डू या बाल गोपाल की पूजा करने के बाद उन्हें मेवे और पंचामृत का भोग लगा सकते हैं। ये भी उन्हें अति प्रिय है।

धनिया पंजीरी
जन्माष्टमी के त्योहार पर धनिया की पंजीरी का काफी खास महत्व माना जाता है। ऐसे में इस दिन आप धनिए की पंजीरी का भोग लगा सकते हैं। ये गेंहू के आटे और धनिया पाउडर से बनाया जाता है।

जन्माष्टमी पर किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए’

अगर आप जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को भोजन का भोग लगा रहे हैं, तो ध्यान रहे कि इस दिन खाने में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल न किया गया हो। कृष्णा को भोग लगाने वाला भोजन बिल्कुल सात्विक होना चाहिए।

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