ड्रायवरों की हड़ताल के कारण पेट्रोल पंप पर लगी वाहनों की कतारें, लोग हुए परेशान…

By AV NEWS

टैंकर संचालित नहीं होने से लोगों ने वाहनों में अधिक पेट्रोल-डीजल का स्टॉक कर लिया

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:देश और प्रदेश के साथ ही शहर में भी ट्रक, बस सहित अन्य वाहनों के ड्रायवरों द्वारा हिट एंड रन कानून के विरोध में हड़ताल सोमवार सुबह से जारी रही। इस कारण पेट्रोल-डीजल के टैंकर भी पेट्रोल पम्प तक नहीं पहुंचे। सोशल मीडिया में आने वाले दिनों में ईंधन की कमी के खबरें वायरल होते ही लोगों ने पेट्रोल पंप पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। स्थिति यह हुई की शाम तक आधा दर्जन से अधिक पेट्रोल पम्प बंद हो गये।

केन्द्र सरकार द्वारा हिट एण्ड रन कानून भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 102 (1)(2) संसद में पारित किया गया है। इस कानून में पूर्व के सजा के नियम में बदलाव करते हुए सरकार ने वाहन से टक्कर मारकर भागने वाले ड्रायवर की सजा बढ़ाकर 7 से 10 वर्ष करने के साथ ही जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जबकि पूर्व में इस कानून के अंतर्गत 3 वर्ष की सजा का प्रावधान था।

इसी कानून का देश और प्रदेश सहित शहर में ड्रायवरों द्वारा ट्रक, बस सहित अन्य वाहनों का संचालन बंद करने के साथ सड़कों पर किया जा रहा है। सोमवार सुबह देवासगेट, नानाखेड़ा बस स्टेण्ड पर ड्रायवरों ने कानून विरोधी नारेबाजी करते हुए सभी प्रकार के प्रायवेट वाहनों का संचालन बंद करा दिया। स्थिति यह थी कि ड्रायवरों ने मैजिक, ऑटो और ई रिक्शा भी नहीं चलने दी।

बाहर से आने वाले टैक्सी वाहन के ड्रायवरों को भी उन्होंने रोका। हालांकि सवारी की परेशानी के चलते उन्हें जाने दिया, लेकिन हाइवे पर ड्रायवरों द्वारा डेरा डाल देने के कारण ट्रक, डम्पर, ईंधन आदि के टैंकरों के अलावा लोक परिवहन से जुड़ी बसें व अन्य वाहनों का संचालन नहीं हुआ। इधर सोशल मीडिया पर ड्रायवरों की हड़ताल के कारण आने वाले दिनों में पेट्रोल डीजल की किल्लत की खबर वायरल हो गई। जिस कारण शहर के सभी पेट्रोल पम्प पर वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लगना शुरू हो गई।

कानून सभी के लिये, सिर्फ ट्रक, बस ड्रायवरों का विरोध

केन्द्र सरकार द्वारा लागू किया गया नया हिट एण्ड रन कानून सभी प्रकार के वाहन चालकों के लिये है। यह कानून अकेले ट्रक, बस, डम्पर या टैक्सी वाहन चालकों के लिये नहीं बनाया गया है। प्रायवेट वाहन चलाने वाले भी यदि कानून का उल्लंघन करते हैं तो उन पर भी यही सजा का प्रावधान लागू होगा, लेकिन फिलहाल इस कानून का विरोध ट्रक, बस के ड्रायवरों द्वारा ही किया जा रहा है।

निराकरण नहीं हुआ तो बढ़ेगी परेशानी

सोमवार शाम तक शहर के आधा दर्जन से अधिक पेट्रोल पम्प ईंधन खत्म होने के कारण बंद हो चुके थे। जिन पम्प पर पेट्रोल डीजल मिल रहा था वहां भी वाहनों की लम्बी कतारें लगी थी। लोगों ने जरूरत से अधिक पेट्रोल डीजल वाहनों में स्टाक कर लिया। उनका कहना था कि हड़ताल का जल्द निराकरण नहीं हुआ तो परेशानियां बढ़ जाएंगी।

मनमाना किराया वसूला यात्रियों से

सुबह रेलवे स्टेशन और बस स्टेण्ड से हड़ताल कर रहे ड्रायवरों ने मैजिक, आटो और ई रिक्शा का संचालन बंद करा दिया था। स्थिति यह थी कि जिन लोगों ने अपने वाहन में यात्रियों को बैठाया उसे बलपूर्वक खाली भी कराया गया। हालांकि शहर के दूसरे हिस्सों में मैजिक, आटो और ई रिक्शा का संचालन हो रहा था लेकिन इनके ड्रायवरों ने यात्रियों से मनमाना किराया वसूला। फ्रीगंज से ऋषि नगर के आटो वाले एक यात्री से 200 रुपये ले रहे थे तो वहीं ई रिक्शा के चालकों ने 100 और 150 रुपये तक लिये।

इंदौर डिपो से पेट्रोल-डीजल लाने के लिये देर रात कुछ वाहन रवाना हुए हैं। पुलिस प्रोटेक्शन के बीच वहां से ईंधन लाने की सूचना मिली है, लेकिन रतलाम डिपो से ईधन मिलने या पुलिस प्रोटेक्शन की जानकारी नहीं है। टैंकर चालकों को भी हड़ताल के बीच वाहन चलाना जोखिम भरा होता है। यदि पुलिस प्रशासन प्रोटेक्शन देता है तो टैंकरों का संचालन होगा और पंप से वाहन चालकों को ईंधन की आपूर्ति होती रहेगी।-रवि प्रकाश लंगर, संचालक लंगर पेट्रोलपंप

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