तीन बच्चों के साथ लापता महिला का सुराग नहीं लगा पाई पुलिस

By AV NEWS

पिता बोला…मुझे मेरे बच्चों की चिंता

तीन बच्चों के साथ लापता महिला का सुराग नहीं लगा पाई पुलिस

पुलिस को सारे सबूत दिये फिर भी नहीं तलाश रही….

उज्जैन।ग्राम ढाबला रहवारी थाना घट्टिया क्षेत्र में रहने वाले मजदूर की पत्नी 15 दिन पहले घर पर बिना बताये तीन बच्चों के साथ लापता हो गई। दो दिन तलाश के बाद पति ने घट्टिया थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस अब तक महिला और तीन बच्चों का सुराग आज तक नहीं लगा पाई है।

यह था मामला

गोविंद पिता बालाराम खत्री 35 वर्ष निवासी ग्राम ढाबला रेहवारी थाना घट्टिया की पत्नी मीराबाई, बेटी खुशी 10 वर्ष, ईशाना 8 वर्ष और बेटा कुनाल 5 वर्ष 23 नवंबर 22 को घर पर बिना बताये कहीं चले गये थे। गोविंद ने रिश्तेदारों सहित गांव व आसपास के क्षेत्र के अलावा बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन पर पत्नी व बच्चों की तलाश की लेकिन वह नहीं मिले तो 24 नवंबर को घट्टिया थाने पर सूचना देकर चारों की गुमशुदगी 25 नवंबर को दर्ज कराई।

मोबाइल घर छोड़ गई पत्नी
गोविंद खत्री ने बताया कि उसकी पत्नी एडवांस मोबाइल चलाती थी। वह मोबाइल पर अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर बातचीत भी करती थी जिसकी रिकार्डिंग उसी के मोबाइल में दर्ज है। तीन बच्चों के साथ घर से जाते समय वह अपना एडवांस मोबाइल घर छोड़ गई है जिसमें दर्ज रिकार्डिंग पुलिस को सुनाई और उसकी जांच भी करवा दी है।

एसपी से भी लगा चुका है गुहार

गोविंद खत्री ने घट्टिया थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने के 4 दिन बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर वहां भी पत्नी व बच्चों की तलाश करवाने के लिये आवेदन दिया है। गोविंद ने बताया कि आवेदन की कॉपी मेरे पास है। वहां पर घट्टिया थाना प्रभारी भी मिले थे जिन्होंने कहा था कि आवेदन देने से कुछ नहीं होगा तेरी पत्नी व बच्चों की तलाश कर रहे हैं।

मेरे बच्चों को बेच देगी…. गोविंद खत्री ने बताया कि उसकी पत्नी को तलाश करने में जांचकर्ता और पुलिस अधिकारी रूचि नहीं ले रहे हैं। 15 दिन बीतने के बाद भी अब तक बच्चों का सुराग नहीं मिला। यदि पुलिस ने लापरवाही बरती तो मेरी पत्नी बच्चों को बेच सकती है। मुझे मेरे बच्चों की सबसे अधिक चिंता है।

जांच अधिकारी बोले…मोबाइल नहीं ले गई इस कारण पता नहीं चल रहा

घट्टिया थाने में मीराबाई व उसके तीन बच्चों की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद इसकी जांच के लिये प्रधान आरक्षक बृजनंदन मिश्रा को सौंपी गई। मिश्रा ने चर्चा में बताया कि मीराबाई मोबाइल घर ही छोड़ गई है। उसके पति द्वारा जिस व्यक्ति पर शंका जताई गई वह उसका रिश्तेदार ही है। मीराबाई के बैंक खाते में लेनदेन चल रहा है। सायबर सेल की टीम को भी अवगत कराया है। अब खाते के लेनदेन के आधार पर मीराबाई की लोकेशन तलाश रहे हैं।

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