तेल-बेसन सस्ता, फिर भी नमकीन महंगा…

ग्राहकों को कीमत में कोई राहत नहीं मिल रही…
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उज्जैन। पिछले साल तेल और बेसन महंगा होने से शहर के नमकीन विक्रेताओं ने नमकीन के भाव बढ़ा दिए थे। इससे शहर में नमकीन 260 रुपए प्रतिकिलो बिकने लगी थी। अब जब तेल और बेसन के भाव कम हो गए हैं। नमकीन के भाव कम करने के लिए कोई भी नमकीन विक्रेता आगे नहीं आ रहा है। शहर में नमकीन 260 रुपए प्रतिकिलो बिक रही है।
पिछले साल सोयाबीन तेल के भाव 170 रुपए प्रतिकिलो थे और बेसन 70 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा था,तो नमकीन विक्रेताओं ने सेंव के भाव बढ़ाकर 260 रुपए प्रतिकिलो कर दिए थे। इससे एक साल में ही सेंव के भाव 220 रुपए प्रतिकिलो से बढ़कर 260 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गए थे। सोयाबीन तेल के भाव 125 रुपए प्रति किलो हैं और बेसन 65 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है तो नमकीन विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों को भाव में किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी जा रही है।जबकि भाव कम होना चाहिए।
शहर में नमकीन कारोबार पर एक नजर
- 750 से800 छोटे और बड़े नमकीन विक्रेता शहर में है।
- 75 से 80 क्विंटल नमकीन की रोज है खपत।
- 260 रुपए प्रतिकिलो सेव ज्यादातर दुकानों पर बिक रही है।
- 360 रुपए प्रतिकिलो तक बिक रही आलू, केले की चिप्स।
ग्राहकों को फायदा देना चाहिए
उज्जैन की पहचान नमकीन से भी है। हमेशा देखने में आता है कि तेल, बेसन के भाव बढऩे से कारोबारी नमकीन के भाव तो बढ़ा देते हैं। जब भाव घटते हैं तो सेंव के भाव नहीं घटाए जाते हैं। जबकि यदि लागत कम होती है तो कारोबारियों को ग्राहकों को राहत देना चाहिए। वहीं शहर में नमकीन के भाव में भी असमानता है।
कहीं नमकीन 180 रुपए तो कहीं 260 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। लागत और सभी समान है तो भाव में 80 रुपए का अंतर कैसे। वहीं आलू की चिप्स भी कही यह 140 रुपए प्रतिकिलो तो कही 360 रुपए प्रतिकिलो में बिक रही है। जब शहर में सभी नमकीन विक्रेता क्वालिटी वाला माल बेचने का दावा कर रहे हैं तो फिर भाव में इतनी असमानता क्यों हैं।
लेबर और मसाले का सहारा…
तेल-बेसन सस्ता होने के बाद भी नमकीन के भाव कम नहीं होने के संबंध में नकमीन विक्रेताओं का कहना है कि नमकीन केवल तेल और बेसन से तैयार नहीं होता है। मसालों का उपयोग भी होता है। संसाधन और लेबर भी लगते हैं। लेबर महंगे हो गए हैं।
170 रु. प्रतिकिलो पड़ती है मूंगफली तेल से बनी सेंव
सेंव भले ही 260 रुपए प्रतिकिलो बिक रही है। लेकिन मूंगफली तेल से बनी सेंव की बात करें तो इस तेल से बनी सेंव की लागत 170 रुपए प्रतिकिलो बैठती है। जबकि बाजार में यह 260 रुपए प्रतिकिलो बिक रही हैं। यानी नमकीन विक्रेता नमकीन पर 50 फीसदी तक मुनाफा कमा रहे हंै। शहर की 80 फीसदी दुकानों पर सोयाबीन/ पाम आइल से नमकीन तैयार किया जा रहा है। इसके भाव 120-१२५ रुपए प्रतिकिलो ही है। यानी इससे बनी सेंव और सस्ती पड़ती है।









