परिवहन की सुविधा बन गई दुविधा
इन पर नहीं चल रहा किसी भी पुलिस का वश…
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शहर में ऑटो और ई रिक्शा चालकों की संख्या बढऩे के साथ ही इनकी बदतमीजी और गुंडागर्दी बढ़ गई है। देवासगेट रेलवे स्टेशन के ऑटो चालकों पर जीआरपी, रेलवे पुलिस और सिटी पुलिस किसी का भी वश नहीं चल रहा है। ऑटो और ई रिक्शा चालकों की यह गुंडागर्दी मंगलवार रात एक बार फिर सामने आई। जब स्टेशन के बाहर चालकों ने दर्शनार्थी से मारपीट कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना मंगलवार रात 12 बजे की है। एक यात्री महाकाल मंदिर से ई रिक्शा में बैठकर रेलवे स्टेशन आया । यहां ई रिकशा चालक ने किराए के 200 रुपए मांगे। यात्री ने कहा कि इतना ज्यादा किराया कैसे मांग रहे हो।इस पर ई रिक् शा चालक बोला कि रात में सवारी छोडऩे का डबल चार्ज लगता है। यात्री ने कहा कि यह तो डबल से भी ज्यादा है इतना किराया वे नहीं दे सकते हैं।
इसी बात पर ई रिक् शा चालक भड़क गया और गाली-गलोज करने लगा। यात्री ने बदतमीजी करने से मना किया तो उसने दो-तीन साथियों को बुलाया और यात्री को बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया। घटना के वक्त कई लोग मौके पर मौजूद थे। इसी दौरान एक सहयात्री आया और उसे चालकों से बचाकर अंदर की तरफ लेकर गया। संभवत: यात्री को ट्रेन से वापस लौटना होगा। इसीलिए वह पुलिस के पास भी नहीं गया।
मामले में जीआरपी पुलिस का कहना है कि ई रिक्शा चालक आपस में भिड़ गए थे। थाने पर किसी यात्री से मारपीट की कोई शिकायत नहीं आई। रेलवे पुलिस और देवासगेट थाना पुलिस को भी घटना की जानकारी नहीं मिली है। जीआरपी पुलिस ने कहा कि वे सीसीटीवी दिखवाकर जांच कराएंगे। ई रिक्शा चालक की पहचान कर केस दर्ज किया जाएगा।
पुलिस के साथ भी हो चुकी गुंडागर्दी-चाकूबाजी
पुलिस के साथ भी रेलवे स्टेशन पर गुंडागर्दी और चाकूबाजी हो चुकी है। ३० अप्रैल २०२३ को जीआरपी थाने में पदस्थ आरक्षक सुमित जाटव को रेलवे स्टेशन परिसर में लगे तिरंगे के समीप ऑटो चालकों ने घेरकर चाकुओं से प्राणघातक हमला किया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी धीरज, राजा उर्फ अरबाज और रजत मालवीय के खिलाफ धारा ३०७ सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था।