दवा बाजार में बिल्डर्स और व्यापारियों में विवाद

By AV NEWS

ओपन स्पैस में दुकानों का निर्माण

उज्जैन। माधव क्लब रोड स्थित दवा बाजार में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। दवा बाजार के ओपन स्पैस में दुकानों निर्माण किए जाने को लेकर व्यापारियों ने आपत्ति ली है। इसके बाद कंस्ट्रक्शन कंपनी और व्यापारी आमने-सामने हो गए हैं। व्यापारियों का आरोप है कि बिल्डर द्वारा बिल्डिंग नक्शे के विवरित निर्माण कार्य किया जा रहा है।

दवा बाजार में व्यापारियों ने अवैध दुकानों का निर्माण किए जाने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि दवा बाजार की खुली जगह पर दुकान का निर्माण कर व्यापारी वर्ग को परेशान किया जा रहा है। इसे लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। विवाद के बावजूद गिरिराज कंस्ट्रक्शन के संचालक शैलेंद्र बियाणी यहां दुकान का निर्माण पर अड़े हुए हैं। ऐसे में और विवाद हो गया है।

शहर के मुसद्दीपुरा क्षेत्र में संचालित होने वाले होलसेल दवा बाजार को एक ही जगह पर मार्केट उपलब्ध करवाने के लिए माधव क्लब रोड पर जमीन लेकर दवा बाजार का निर्माण किया गया है। इसमें होलसेल व्यापारी अपनी दुकानों और कार्यालयों का संचालन कर रहे हैं।

दवा बाजार की बिल्डिंग में खाली जगह पर दुकान निर्माण का आरोप है। नए निर्माण को लेकर व्यापारी खुलकर विरोध में आ गए हैं। कंस्ट्रक्शन कंपनी का तर्क है कि कंपाउंडिंग की फीस जमा की जा चुकी है। नई दुकान का निर्माण नहीं किया जा रहा है। जो दीवार कमजोर है, उसे पक्का किया जा रहा है।

नहीं बोलते व्यापारी कुछ: दवा बाजार में कई अव्यवस्थाओं और खामियों का सामना करने वाले व्यापारी कुछ भी बोलने से डरते हैं। दरअसल दवा बाजार की योजना का और केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी और कर्ताधर्ताओं के दबाव से भयभीत व्यापारी अपनी जुबान नहीं खोलते हैं। यही कारण है कि दवा बाजार में मनमानी का आलम हैं।

पार्षद ने किया हस्तक्षेप

दवा बाजार में रविवार को भी विवाद जारी रहा। इस बीच व्यापारियों ने पार्षद सुरेंद्र मेहर को बुलावा लिया। गरिराज कंस्ट्रक्शन कंपनी के शैलेंद्र बियाणी ने बताया कि उनके द्वारा १० लाख रु. कंपाउंडिंग फीस जमा की जा कर निर्माण की अनुमति ली है। नई दुकान का निर्माण नहीं किया जा रहा है। कमजोर दीवार को पक्का किया जा रहा है। पार्षद मेहर ने कहा कि कंपाउंडिंग अवैध निर्माण को वैध करने के लिए होती है। नए निर्माण के लिए नहीं। स्थिति सपष्ट होने तक निर्माण नहीं करें तो अच्छा है। सोमवार को नगर निगम अधिकारियों से चर्चा कर स्थिति साफ करेंगे।

अनुमति और डिजाइन के विपरित कार्य : दवा बाजार का निर्माण शुरुआत से ही विवादों में रहा है। बताया जाता है कि भवन की अनुमति जिन शर्तों और डिजाइन के आधार पर दी गई है। उसका पालन तक नहीं किया गया है। नतीजतन कई अव्यवस्थाओं का सामना दुकानदारों को करना पड़ रहा है। इसमें प्रमुख रूप से अग्नि सुरक्षा में खामी के साथ भवन के तलघर में पानी जमा होने की समस्या है।

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