दीपावली के दिन पटाखों से लगी थी आग, पीएचई के कितने पाइप जले, आज होगी जांच

By AV NEWS

फिल्टर प्लांट के पास स्टोरेज में रखे थे पुराने पाइप

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:जंतर मंतर रोड स्थित पीएचई के फिल्टर।प्लांट के पास स्टोरेज में रखे करीब 1700 मीटर लंबे पाइप आग में जलकर खराब हो गए। कितने पाइप जले, इसका पता करने के लिए पीएचई की टीम मंगलवार अपने स्तर पर जांच करेगी। जांच से पता चलेगा पीएचई को इस घटना से कितना नुकसान हुआ।

ये पाइप बरसों से पीएचई के गोडाउन में रखे थे। पिछले सिंहस्थ और 2004 में निकले पाइप स्टोरेज में रखे थे। दीपावली की रात अचानक आग लगने से पाइप जल गए। परिसर में सुखी घास भी थी, जिसके कारण आग ने लपटें पकड़ीं और देखते देखते पाइप जल उठे। स्टोरेज पर तैनात चौकीदार ने जब तक सूचना दी, तब तक काफी पाइप जल चुके थे। पीएचई के अधिकारियों को अंदेशा है कि पटाखे के कारण चिंगारी ने आग पकड़ ली।

इससे पाइप जल गए। पीएचई ने इसकी प्राथमिकी पुलिस थाने में दर्ज कराई है। कार्यपालन यंत्री मनोज खरात ने बताया सिंहस्थ में उपयोग किए गए पाइप थे। कितने पाइप जलकर नष्ट हो गए, इसका पता मंगलवार को लगाया जाएगा। पीएचई रिकॉर्ड के अनुसार मिलान किया जाएगा। इससे साफ होगा कि पीएचई को कितना नुकसान हुआ।

लापरवाही की भेंट चढ़ गए पाइप…!

पीएचई में रखे पाइप पुराने और उपयोग किए हुए थे, लेकिन इनकी उपयोगिता आज भी थी। प्लास्टिक के बढ़ते दाम के कारण ये महंगे थे। माना जा रहा है कि ये पाइप कर्मचारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गए। स्टोरेज की सुरक्षा के लिए दो चौकीदार तैनात हैं। वे बारी बारी से गश्त भी करते हैं लेकिन दीपावली की रात पटाखों की आग फैल गई। अगर वक्त पर बुझा दिया जाता तो, नुकसान को रोका जा सकता था। स्टोरेज परिसर में रखे पाइप इतनी जल्दी आसानी से आग नहीं पकड़ते हैं, इसलिए यह घटना कई सवालों से भी घिर गई है।

सूखी घास के कारण यह आग तेजी से फैली होगी। यह अंदेशा जताया जा रहा। दीपावली के त्योहार को देखते कर्मचारियों ने साफ सफाई अगर ठीक से की होती तो ये घटना रोकी जा सकती थी। मामले में जांच के बाद जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है। कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों से जांच में मदद मिल सकती है, लेकिन कैमरे लगे।होंगे तो उनका चालू रहना मुश्किल।

उपयोग करने में लापरवाही

सिंहस्थ के बाद से रखे पाइप उपयोग में क्यों नहीं लिए जा सके। इसको लेकर भी पीएचई को जांच करनी चाहिए। अगर वक्त पर इनका उपयोग किया जाता तो आग से जलने की घटना से भी बचा जा सकता था। पीएचई को इस तथ्य को सामने रखकर भी जांच करना चाहिए।

स्टोरेज में रखे पाइप कितने जले और कितना नुकसान हुआ, इसकी जांच आज विभाग की टीम करेगी। सभी पाइप सिंहस्थ में यूज किए हुए थे। स्टोरेज की सुरक्षा के लिए चौकीदार तैनात रहते हैं।

मनोज खरात,कार्यपालन यंत्री, पीएचई

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