बड़ा सवाल- टै्रफिक पुलिस और नगर निगम कार्रवाई के लिए आगे क्यों नहीं आती ?
माधव क्लब रोड पर हर व्यवस्था ध्वस्त, लोगों को पैदल चलने तक का रास्ता नहीं मिल पाता
उज्जैन।शहर में अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम और यातायात पुलिस की कार्रवाई केवल खानापूर्ति साबित हो रही है। यहीं कारण है कि शहर की मुख्य सड़कों पर कब्जा कर संचालित हो रहे गैराजों पर आज तक किसी का ध्यान नहीं गया।
इनके हालात कुछ इस तरह हैं कि दुकान में औजार-मशीन रख, सड़क किनारे गाडिय़ों की मरम्मत की जा रही है। नतीजा शहरवासियों को पूरे दिन जाम की समस्या से गुजरना पड़ रहा हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अतिक्रमण हटाने में जुटा नगर निगम व यातायात विभाग का अमला वास्तविकता में कर क्या रहा है?
बता दें कि माधव क्लब रोड पर गैरेज संचालक मरम्मत के लिए आने वाले बड़े वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर देते हैं। ऐसे में लोगों को पैदल चलने तक का रास्ता नहीं मिल पाता है। पूरे दिन मैकेनिक सड़क पर ही वाहनों की मरम्मत करते हैं। इस प्रकार की स्थिति दुर्गा प्लाजा चौराहा पर भी बनी रहती है।
गैरेज संचालकों की अव्यवस्थाओं के कारण शहरवासियों को पूरे दिन जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। कई बार इस समस्या को अधिकारियों के समक्ष रखा जा चुका हैं, लेकिन न तो यातायात पुलिस इस ओर ध्यान देने को तैयार है और न ही निगम प्रशासन।
सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण
माधव क्लब रोड पर जाम की समस्या काफी पुरानी है। बुधवार को भी जाम के कारण लोगों को करीब आधे घंटे तक परेशान होना पड़ा। आलम यह है कि यहां सड़क के दोनों ओर गैरेज वालो का कब्जा जमा हुआ है। इतना ही नहीं, सड़क किनारे बने मार्केट कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल के सामने सड़क किनारे पार्किंग से स्थिति और भी बदतर होती जा रही है।
पार्किंग सुविधा तक नहीं
प्रशासन की लापरवाही के कारण माधव क्लब रोड पर बिना पार्किंग के कई शोरूम व माल संचालित हो रहे हैं। ग्राहक अपने वाहन सड़क किनारे खड़ा करने को मजबूर हैं। ना तो जिला प्रशासन, ना ही यातायात पुलिस, ना ही नगर निगम, इनमें से किसी को भी लोगों को होने वाली परेशानियों से कोई मतलब नहीं है।