पार्षद की दादागिरी, अब विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी को पीटा

By AV NEWS

पार्षद को बचाने के लिए आगे आए नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने कहा-बिजली वालों की गलती…!

पार्षद की दादागिरी, अब विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी को पीटा, दोनों पक्ष ने पुलिस को दिए शिकायती आवेदन

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:भाजपा पार्षद हेमंत गेहलोत की दादागिरी का एक और मामला सामने आया है। पार्षद ने विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी को पीट दिया। खास बात यह है कि पार्टी के नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने अपनी पार्टी के पार्षद का यह कहते हुए बचाव किया है कि प्रकरण में बिजली वालों की गलती है…पार्षद से बात करेंगे…!

पूर्व में शासकीय कर्मचारियों-अधिकारियों से अभद्रता, मारपीट कर चुके पार्षद हेमन्त गेहलोत ने विद्युत मीटर की ऑनलाइन शिकायत पर जांच करने गए विद्युत कंपनी के कनिष्ठ यंत्री व कर्मचारी के साथ लोगों ने मारपीट कर दी। उन पर पत्थर भी फेंके। घटना का वीडियो भी सामने आया है। घटना में कर्मचारी का मोबाइल टूट गया। वहीं, कंपनी के एक वाहन के कांच भी फोड़ दिए। पुलिस ने दोनों पक्ष से आवेदन लेकर जांच शुरू की है।

पार्षद से बात करेंगे…..

जेसीबी के चालक को थप्पड़ मारने, मवेशियों को पकडऩे वाली नगर निगम की गैंग से अभद्रता करने वाले और अब विद्युत कंपनी के अधिकारियों से मारपीट करने वाले भाजपा के पार्षद हेमंत गेहलोत का नगर अध्यक्ष विवेक जोशी बचाव कर रहे हंै। इस मामले में पार्टी द्वारा पार्षद के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के संबंध में चर्चा करने पर जोशी का कहना था कि इसमें बिजली वालों की ही गलती है। वे गलत तरीके से क्षेत्र में जांच करने के लिए गए थे। जोशी से सवाल किया कि अधिकारी-कर्मचारी गलत कर रहे थे, तो क्या उनके साथ मारपीट करना सही है क्या…..? जोशी बोले पार्षद से बात करेंगे और फोन काट दिया।

चांटा मारा, झूमाझटकी भी की

पिपलीनाका स्थित महावीर नगर में बिजली कंपनी के अफसर मीटर की जांच करने पहुंचे तो पार्षद भी आ धमके और अफसरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। पार्षद ने कार्तिक मेला ग्राउंड जोन प्रभारी को चांटा मारा और झूमाझटकी भी की। रहवासियों ने गाड़ी के कांच भी फोड़ दिए। लोगों के बीच फंसी बिजली कंपनी की टीम ने पुलिस को बुलाया और फिर उनके साथ थाने पहुंचे। विद्युत कंपनी के अधिकारियों थाने में आवेदन दिया है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी पुलिस को शिकायत की है।

जांच करने पहुंचे थे

एमपीईबी के कार्तिक मेला ग्राउंड जोन की टीम प्रभारी दुर्गेश सिंह के नेतृत्व में पिपली नाका क्षेत्र के महावीर नगर में रुक्मिणी बाई पति शंकरलाल के घर जांच करने पहुंचे थे। शिकायत मिली थी बिजली के मीटर में कोई अनियमितता है लेकिन महिला ने यह कहते हुए जांच करने से मना कर दिया कि पति घर पर नहीं हैं। शाम को आना। बिजली कंपनी की टीम बाहर ही खड़ी हो गई और पति को बुलाने के लिए बोला। इसी बात पर कुछ लोग इक_ा हो गए और बिजली कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर हमला बोल दिया।

पार्षद ने कहा सचाई बताऊंगा… विद्युत वितरण कंपनी अधिकारी के साथ विवाद में पार्षद हेमंत गेहलोत का कहना है कि वे सबूतों के साथ सचाई बताएंगे। बताऊंगा। गेहलोत ने आरोप लगाया कि मुफ्त बिजली की जगह चोरी का प्रकरण बनाने की कोशिश की जा रही थी। पार्षद गेहलोत ने कहा कि सीएम शिवराजसिंह चौहान ने एक किलोवाट तक के कनेक्शन के बिजली माफ करने के आदेश दिए हैं, लेकिन पौन किलो वाट वाले लोगों के घर भी चोरी की शिकायत के प्रकरण बनाकर पैसा वसूला जा रहा है। इसके सबूत मेरे पास हैं। घटना के दौरान एक बालक से मोबाइल छुड़ाया जा रहा था। इस कारण गुस्सा आ गया और विवाद बढ़ गया।

मेरा वार्ड है कैसे आ गए

विद्युत कंपनी के अधिकारियों के अनुसार भीड़ में वार्ड के पार्षद गेहलोत भी थे, जिन्होंने बिजली कंपनी के अफसरों को धमकी दी कि यह मेरा वार्ड है। मुझसे बगैर पूछे यहां कैसे आ गए और उन्हें भगाने लगे। इसी दूर खड़े दुर्गेश सिंह के पास दो तीन साथियों के साथ गए और मारपीट शुरू कर दी। घबराए बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने तत्काल फोन कर पुलिस को बुलाया, जिसके बाद उनकी सुरक्षा में थाने पहुंचे।

एमपीईबी की जांच टीम के सदस्य व कनिष्ठ यंत्री वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दुर्गेश सर, अर्जुन राजोरिया, लोकेंद्र भदौरिया सहित अन्य के साथ ऑनलाइन शिकायत मिली थी, जिसके बाद रुक्मिणीबाई के घर जांच करने पहुंचे थे। घर पर महिला मिली, जिनसे हमने कहा कि आप पति को बुला लीजिये। बाहर इंतजार करते हैं, लेकिन इतने में उनके परिवार के सदस्य और पार्षद गेहलोत आ गए, जिन्होंने टीम पर हमला कर दिया। गाड़ी के भी कांच फोड़ दिए। पुलिस को इस इस संबंध में आवेदन दिया है।

पहले भी हरकत कर चुके है..

पार्षद हेमंत गेहलोत ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। इसके पहले केडी गेट चौड़ीकरण में काम को रुकवाने पहुंचे थे यहां अफसरों से विवाद हुआ तो जेसीबी पर चढ़कर चालक को तमाचा जड़ दिया था। घटना के बाद कर्मचारियों और अफसरों ने आक्रोश भी जताया लेकिन प्रभाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी।

क्षेत्र में आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए गई निगम की गैंग से भी पार्षद अभद्रता कर चुके हंै। विधानसभा चुनाव मतदान के दौरान भी हेमंत गेहलोत मतदान केंद्र में चले गए थे। उस वक्त भी कलेक्टर ने पुलिस के माध्यम से गेहलोत को केंद्र से बाहर कर दिया था। अब पार्षद ने अब एमपीईबी के अफसरों पर हाथ उठा दिया। इनके इस रवैये को लेकर कुछ नेता नाखुश है।

हमारे दोनों जेई नियमानुसार चेकिंग कर रहे थे। तभी पार्षद और एक साथी अचानक आकर धावा बोलकर मारपीट पर उतारू हो गए। हमने आवेदन दिया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। उनकी तरफ से भी आवेदन आने पर बोले कि कार्रवाई ना हो इस संबंध में दबाव बनाने के लिए ऐसा किया है। थाने पर ही दो घंटे तक समझौते के लिए दबाव बनाया गया। हमारे पास घटना की रिकार्डिंग है। जरूरत पड़ी तो इसे कोर्ट में पेश करेंगे।-राजेश हारोड़, कार्यपालन यंत्री, बिजली कंपनी

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