विधानसभा चुनाव 2023… 33 वर्षों से भाजपा ने जताया पारस जैन पर विश्वास
पिछले 20 वर्षों से उज्जैन उत्तर क्षेत्र में कांग्रेस का नहीं खुल पा रहा है खाता
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:इस वर्ष विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर में होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों दलों से दावेदार के रूप में कई नेताओं के नाम चर्चा में है। इस विधानसभा क्षेत्र में सन 1957 से लेकर सन 2018 तक कांग्रेस को 6 जनसंघ को एक जनता पार्टी को एक और भारतीय जनता पार्टी को 6 बार सफलता मिली। इस प्रकार कहा जा सकता है कि भाजपा को 8 बार लोगों ने जीत का सेहरा बांधा जबकि कांग्रेस अभी तक 6 बार चुनाव जीत पाई।
कांग्रेस से दावेदार के रूप में जिनके नाम चल रहे हैं उनमें माया राजेश त्रिवेदी, रवि राय, विवेक यादव, आजाद यादव, अशोक भाटी, अनंतनारायण मीणा, रवि भदौरिया, नूरी खान आदि शामिल हैं।
जबकि भाजपा से दावेदार के रूप में जिनके नाम चर्चा में है उनमें विधायक पारस जैन के अलावा अनिल जैन कालूखेड़ा, सोनू गेहलोत, राजेंद्र भारती, सुरेंद्र सांखला, प्रकाश शर्मा आदि शामिल हैं।
अटकलें लगाई जा रही है कि इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा फिर से विधायक पारस जैन को मौका देगी और यदि ऐसा नहीं हुआ किसी अन्य के नाम पर विचार किया जाएगा। जबकि कांग्रेस से किसे प्रत्याशी बनाया जाएगा। यह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ की पसंद के मुताबिक होगा।
भाजपा का प्रभाव ज्यादा
उज्जैन उत्तर में भाजपा का प्रभाव पिछले 33 वर्षों से बना हुआ है। सन 1990 से लेकर सन 2018 तक भाजपा ने पारस जैन को प्रत्याशी बनाया। सन 1998 मात्र एक बार चुनाव हारे जबकि 6 बार विधायक चुने गए। सन 1993 से लेकर 2018 तक लगातार विजयी हुए।
जबकि अन्य कोई नेता विधायक का चुनाव दूसरी बार नहीं जीत पाया। जब कांग्रेस ने कई नेताओं को विधायक बनने के बाद दोबारा चुनाव लडऩे का मौका दिया लेकिन उन्हें चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा। उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पारस जैन एकमात्र ऐसे नेता है जिन्हें पार्टी 1990 से लगातार चुनाव लडऩे का मौका दे रही है।