नागदा। नागदा तहसील के ग्राम पंचायत पासलोद में शिक्षकों के शराब पीकर स्कूल आने और बच्चों से भविष्य खिलवाड़ करने का चलन बढ़ता ही जा रहा है ऐसे ही 3 शिक्षक नशे की हालत में मिले। उन्हेल क्षेत्र के आसपास अधिकांश सरकारी स्कूलों का यही हाल है शिक्षक बिन मौसम मैं शराब पीकर स्कूल आ रहे हैं ऐसे लापरवाह शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई से कोई मतलब नहीं है वही जिम्मेदार अधिकारी इनकी गलतियों को बार-बार नजरअंदाज करते हैं जिसके कारण शिक्षकों के इस रवैया में कोई सुधार नहीं आ रहा है।
पहला मामला:
ग्राम पंचायत पासलोद शासकीय प्राथमिक स्कूल का है जहां शिक्षक पीरुलाल परमार पढ़ाते हैं ग्राम खोकरी के रहने वाले हैं शराब के नशे में इतने धुत है कि उन्हें होश ही नहीं है कि उन्हें क्या पढ़ाना है जब उनसे बात की तो वह वह कुछ जवाब ही नहीं दे पाएं।
लापरवाही नजरअंदाज कर रहे जिम्मेदार व्यक्ति
लापरवाह शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई से कोई मतलब नहीं है। जिम्मेदार अधिकारी इनकी गलतियों को बार-बार नजरअंदाज करते हैं। इस कारण शिक्षक सुधर ही नहीं रहे हैं। दरअसल शराबी शिक्षकों पर कार्रवाई के नाम पर नोटिस दिया जाता है, लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं होती। स्कूल प्रभारी प्रकाश लाम्बोडेकर का कहना है, रोज टोकने के बाद भी दोनों शिक्षक शराब पीकर आते हैं। विद्यालय में आकर हंगामा करते हैं।
दूसरा मामला:
शासकीय प्राथमिक स्कूल पासलोद में पदस्थ शिक्षक मोहनलाल हिन्दल स्कूल खुला छोड़ कर गांव में शराब पीने पहुंचे और उसके बाद उन्होंने इतनी शराब पी ली कि गांव के बाहर रोड पर पड़े हुए मिले जब ग्रामीण से पूछा कि रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं दरअसल शराबी शिक्षकों पर कार्रवाई के नाम पर नोटिस दे देते हैं जिसके कारण लापरवाह बने हुए हैं नगर के आसपास क्षेत्र में शराबी शिक्षकों को पदस्थ कर निश्चित ही बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है
इनका कहना है कि इन्हें रोज कहने के बाद भी यह शराब पीकर यहां आकर विद्यालय में हंगामा मचाते हैं स्कूल प्रभारी प्रकाश लाम्बोडेकर का कहना है कि आए दिन यहां ऐसा देखने को मिलता है लेकिन उच्च अधिकारी देख कर भी अनदेखी कर रहे हैं। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है