बदमाश दुकानों पर जाकर वारदातों को दे रहे अंजाम
सावधान रहें और अपना मोबाइल किसी गैर के हाथों में न दे….
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:साइबर क्राइम को नए-नए तरीकों से अंजाम दिया जा रहा है। अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे वारदात को अंजाम देने के लिए दुकानों व घरों तक पहुंच रहे हैं। एक ऐसा ही मामला साइबर क्राइम की आईटी सेल में पहुंचा है।
साइबर क्राइम की आयटी सेल के अनुसार अतिरिक्त विश्व बैंक कालोनी निवासी लक्ष्मी गेहलोत की दुकान की पेटीएम मशीन खराब हो गई थी। एक बदमाश ने स्वयं को पेटीएम मशीन की रिपेयरिंग करनेवाला टेक्नीशियन बताया और मशीन रिपेयरिंग करने के लिए जिस मोबाइल का उपयोग महिला कर रही थी,उसे मांग लिया। महिला ने मशीन सुधारने वाला समझ कर बदमाश को मोबाइल दे दिया।
उसने मोबाइल फोन में कुछ किया और वापस महिला को दे दिया। इस10 मिनट के अंतराल में महिला को पता ही नहीं चला कि बदमाश ने उसके मोबाइल से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर लिया है तथा उसका पूरा अकाउंट साफ कर दिया है। बदमाश इतना करके चला गया। महिला को ठगी का पता उस समय चला जब उसने ऑन लाइन भुगतान के लिए अपने मोबाइल का उपयोग किया। उसके खाते में 14000 रू.थे जिसे बदमाश ने ट्रंासफर कर लिए थे। महिला ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम की आईटी सेल में जाकर की। पुलिस के अनुसार पतारसी जारी है।
यहां सावधान रहे आम नागरिक
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
अपने मोबाइल फोन का पिन एवं पासवर्ड आदि किसी के साथ साझा न करें।
अनजान नंबरों से आए वीडियो कॉल रिसीव न करें।
ऑनलाइन चैट पर आपत्तिजनक फोटो-वीडियो आदि सांझा बिलकुल न करें।
सोशल मीडिया पर किसी मित्र द्वारा मजबूरी बता कर पैसों की मांग करने पर तुरंत पैसे जमा न करते हुए पहले पुष्टि कर ले।
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
ऑनलाइन मित्र द्वारा भेजा गया महंगा गिफ्ट आदि प्राप्त करने के लालच में कस्टम ड्यूटी एक्सचेंज चार्ज आदि के नाम पर रूपये ट्रांसफर न करें।
किसी व्यक्ति के कहने पर कोई एप्लीकेशन इंस्टॉल न करें ।
नेट बैंकिंग के पासवर्ड नियमित अंतराल पर बदलते रहे।
पुराना मोबाइल फोन बेचने से पूर्व मोबाइल को फैक्ट्री रिसेट करे पिछला सारा डाटा हटा दें।