महाकाल मंदिर का बनेगा मास्टर प्लान!

उज्जैन:विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के लिए राज्य सरकार अब समग्र मास्टर प्लान बनाएगी। मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. यादव अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारेंगे। मंदिर की योजनाओं में महत्वपूर्ण बदलाव लाए जा सकते हैं। हरिफाटक ओवरब्रिज को भी फोरलेन या सिक्सलेन किया जा सकता है।

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मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद डॉ. यादव महाकाल मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए प्लान बनवा सकते हैं।उनके करीबियों को इसके संकेत मिले हैं। वे लंबे समय से मंदिर के प्रोजेक्ट पर जोर भी देते आ रहे हैं। सीएम बनने से डॉ. यादव को यह मौका मिला है।

इस कारण वे आने वाले सौ साल के हिसाब से मंदिर का प्लान तैयार करवा सकते हैं ताकि भविष्य में सभी योजनाएं इसी आधार पर बनाई जा सकें। वर्तमान में मंदिर क्षेत्र का विकास हो रहा है, लेकिन एक निर्धारित प्लान की कमी महसूस की जा रही है। आगामी सिंहस्थ को ध्यान में रखकर ही योजनाएं तैयार हो सकती हैं।

हरिफाटक ब्रिज का हो सकता चौड़ीकरण

उज्जैन से इंदौर तक फोरलेन बन चुका है और अब इसे सिक्स लेन करने की तैयारी हो रही है। एमपीआरडीसी अधिकारियों के अनुसार डीपीआर लगभग तैयार हो गई है। जल्द ही इसमें कुछ संशोधन के साथ फाइनल किया जाएगा। रोड के बीच आने वाले सभी जंक्शन पर फ्लाई ओवर बनाने की भी योजना है। हरिफाटक ब्रिज से महाकाल मंदिर तक रोड आज भी टू लेन का ही है। इस कारण कई समस्याएं खड़ी होती हैं। सिंहस्थ 2016 के दौरान डॉ. यादव ने तत्कालीन सेतु संभाग की ईई शोभा खन्ना को ब्रिज चौड़ीकरण का सुझाव भी दिया था।

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