मुंबई की तर्ज पर अब उज्जैन में कॉलोनी विकास अनुमति
- नक्शा नवीस की जिम्मेदारी भी तय की जा रही है….
- नगर निगम ने नए प्रावधान जोड़े, पानी निकासी की व्यवस्था जरूरी
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:महाकाल नगरी उज्जैन में अब कॉलोनी विकास की अनुमति मुंबई की तर्ज पर दी जाएगी ताकि लोगों को बारिश में पानी भर जाने जैसी समस्याओं से जूझना न पड़े। नगर निगम उज्जैन ने नई कॉलोनी की अनुमति के लिए नए प्रावधान जोड़ दिए हैं। इनकी पूर्ति होने पर ही नई कॉलोनियां विकसित हो सकेंगी।
उज्जैन शहर में कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां बारिश में पानी भर जाता है। इस बारिश में भी इस तरह की समस्याएं वार्ड 54 और 57 में भी सामने आई हैं। महापौर मुकेश टटवाल की अध्यक्षता में हाल ही हुई बैठक में एमआईसी सदस्य डॉ. योगेश्वरी राठौर ने मुंबई और शहर की ही गुलमोहर ग्रीन और अमरनाथ एवेन्यू कॉलोनी को मॉडल के रूप में बताकर नई कॉलोनियों में पानी निकासी के लिए डक्ट आदि का प्रावधान अनिवार्य कर दिया है।
दूसरा प्रावधान यह किया है कि अनुमति के अनुरूप काम हो रहे या नहीं, यह बताने और रोकने का जिम्मा निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का रहेगा। कॉलोनी विकास के लिए निगम सुपरविजन चार्ज तो लेता है, लेकिन निगम के इंजीनियर सुपरविजन के दौरान चेक करते ही नहीं। नाली पर निर्माण कार्य प्रतिबंधित किया है। नाली को पेक करने के दौरान सफाई के लिए चैंबर रखना होगा। नक्शा नवीस की जिम्मेदारी भी तय की जा रही है।
महाकाल लोक बनने से लोगों का उज्जैन में रहने का बढ़ा रुझान
महाकाल मंदिर के पास महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में रहने का रुझान भी बढ़ा है। इसको देखते हुए इंदौर रोड पर कालोनियों का विकास बढ़ रहा है। फॉर्म हाउस भी विकसित हो रहे। उज्जैन विकास प्राधिकरण भी विक्रमनगर में बड़ा नगर विकसित करने की तैयारी कर रहा। जहां एयरपोर्ट जैसा बस स्टैंड होगा तो सड़कें भी चौड़ी होंगी।
यह अनिवार्य…
1. कॉलोनी में पानी की निकासी के लिए लाइन जरूरी।
2. ड्रेनेज लाइन पर निर्माण नहीं और नाली पर चैंबर्स जरूरी।
3. विकास अनुमति के अनुसार निगम के अधिकारी की सुपरविजन जिम्मेदारी।
नई कालोनियों में अब पानी की निकासी जैसे प्रावधान अनिवार्य किए गए हैं। मुंबई में भी इस तरह के प्रावधान हैं। वेकुंठधाम कॉलोनी के मामले में जांच कर उचित कदम उठाएंगे। डॉ. योगेश्वरी राठौर,प्रभारी कॉलोनी सेल समिति
… और ये वैकुंठधाम, जहां एक भी नल कनेक्शन नहीं!
उज्जैन में मक्सी रोड पर पवासा के पास वैकुंठधाम नाम की एक कॉलोनी ऐसी भी है, जहां एक भी घर में नल कनेक्शन नहीं है। कॉलोनी में पानी की लाइन तो है, लेकिन उस पर मकान बन गए हैं। इस कारण इस लाइन से पीएचई कनेक्शन नहीं दे पा रहा।
पीएचई के अधिकारियों का कहना है कि अब नई लाइन डलेगी तब नल कनेक्शन दिए जा सकेंगे। खास बात यह कि कॉलोनी के लोग इस समस्या से जूझ रहे और सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने पर भी समस्या दूर नहीं हो पा रही। कुछ लोगों पर तो शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा।