मुहिम के दौरान होगी वीडियोग्राफी, बाधा खड़ी की तो नगर निगम दर्ज कराएगा पुलिस केस

मवेशी पकडऩे के अभियान का विरोध किया तो खैर नहीं
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उज्जैन। शहर को स्वच्छ, साफ और दुर्घटना मुक्त करने के उद्देश्य से नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों पर घूमने और बैठे रहने वाले मवेशियों का धड़पकड़ अभियान शुरू हो गया है।
इसी बीच पशु प्रेमी और नगर निगम के कर्मचारियों के बीच विरोध और हंगामे का एक मामला सामने आया है। ऐसे में नगर निगम ने सख्ती से पेश आने का निर्णय लिया है। अब मवेशी पकडऩे का विरोध करने वाले लोगों पर निगम अधिकारी वीडियोग्राफी के आधार पर एफआईआर दर्ज कराएंगे।
बता दें कि शहर पर घूमते आवारा मवेशियों को पकडऩे की कार्रवाई के बीच बुधवार को संत नगर में हंगामा हो गया था। घर के बाहर खड़े तीन मवेशी को निगम की टीम ले जाने लगी।
तभी वहां दो लड़कियां पहुंची और अफसरों पर ही बरस पड़ी। जो पशु प्रेम का हवाला देकर कार्रवाई का विरोध कर रही थीं और मवेशी को नहीं ले जाने दे रही थी। करीब 20 मिनट तक हंगामे के बीच लड़कियों ने अफसरों से खूब बहस की।
फिर पुलिस को बुलाया। जब जाकर हंगामा शांत हुआ। निगम अधिकारी-कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुहिम के दौरान वीडियोग्राफी होगी।
इसके आधार पर कार्य में बाधा का पुलिस प्रकरण दर्ज कराया जाएगा। पहले भी निगम ने जहां-जहां मवेशी पकडऩे का प्रयास किया, वहां भी उसे पशु पलकों के अलावा पशु प्रेमी के विरोध का सामना करना पड़ा था।
सोमवार से बढ़ाई जाएगी सख्ती
अफसरों ने स्पष्ट किया है कि तीन दिन में जिन भी पशु-पालकों के मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं, उन्हें हटा लें, नहीं तो चौथे दिन से उनके अवैध निर्माण तोडऩे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। निगम ने बाड़ों को चिन्हित कर नोटिस जारी कर दिए हैं। इन्हें तोडऩे की कार्रवाई सोमवार से शुरू की जाएगी।
वीडियोग्राफी को बनाया जाएगा आधार
नगर निगम नागरिकों को मवेशी मुक्त शहर देना चाहता है, लेकिन कुछ लोग इसमें अड़ंगा बन रहे हैं। कार्रवाई के दौरान अब जो लोग बाधा बनेंगे, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। वीडियोग्राफी के आधार पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। इसके बाद भी पशु पालकों ने मवेशियों को सड़कों पर से नहीं हटाया तो मालिकों के अवैध मकान भी तोड़े जाएंगे। – आदित्य नागर, अपर आयुक्त नगर निगम उज्जैन