उज्जैन और इंदौर के बीच व्हाया फतेहाबाद-चंद्रावतीगंज नई दैनिक मेमू ट्रेन का नियमित संचालन कल से
अक्षरविश्व प्रतिनिधि.उज्जैन। लंबे इंतजार के बाद उज्जैन-फतेहाबाद के 23 किमी लंबे रेल मार्ग पर यात्री ट्रेन चलने का समय आ गया। सोमवार को उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉडगेज ट्रैक और इंदौर के लिए नई मेमू ट्रेन वर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के हबीबगंज में कमलापति रेलवे स्टेशन से करेंगे। उज्जैन से पहली ट्रेन दोपहर 3.30 बजे प्लेटफॉर्म-1 एक से रवाना होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 245 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस रेल लाइन को राष्ट्र को लोकर्पित करेंगे। सोमवार को इस रूट पर मेमू ट्रेन को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाया जाएगा। इसके बाद उज्जैन और इंदौर के बीच व्हाया फतेहाबाद-चंद्रावतीगंज नई दैनिक मेमू ट्रेन नियमित संचालन कल से किया जाएगा। शुभारंभ कार्यक्रम के लिए उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 पर इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री के वर्चुअल शुभारंभ करने के बाद सांसद अनिल फिरोजिया मेमू ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इंदौर के लिए रवाना करेंगे। इसके साथ ही इंदौर से भी उज्जैन के लिए मेमू ट्रेन रवाना होगी। प्रधानमंत्री के लाईव प्रसारण के लिए एक नंबर प्लेटफार्म पर एलईडी लगाई गई है। साथ ही अलग-अलग कैमरे और आधुनिक लाइव तकनीक के माध्यम से पीएम मोदी जुड़ेंगे। इसके साथ मेमू का एकदम नया रेक उज्जैन स्टेशन पर आ गया है। इसे करीब ६ क्विंटल फूलों और अन्य सामग्री से सजाया गया है।
उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉडगेज निर्माण का सफर
23 फरवरी 2014 को आखिरी मीटरगेज ट्रेन चली। मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने के लिए इस मार्ग पर 24 फरवरी 2014 से ट्रेन का संचालन बंद है। 17 मार्च 2018 से रेलवे ट्रैक का निर्माण शुरू किया गया। उज्जैन से फतेहाबाद के बीच ब्रॉडगेज पर 245 करोड़ की लागत आई। इस ट्रैक का विद्युतीकरण भी साथ में ही किया गया।
महू-इंदौर-प्रयागराज एक्सप्रेस का भी संचालन होगा इस ट्रेक से
उज्जैन-फतेहाबाद सेक्शन के ब्रॉडगेज में बदलने के बाद सोमवार को इसका उद्घाटन होगा। इसके बाद इस ट्रैक पर रेलवे महू-इंदौर-प्रयागराज एक्सप्रेस और महाकाल एक्सप्रेस (इंदौर-वाराणसी) ट्रेन का संचालन करेगा। प्रयागराज ट्रेन का संचालन फिलहाल रेलवे कर रहा है लेकिन महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन कोरोना के बाद से बंद है। ट्रेन शुरू होने पर रेलवे इसी सेक्शन से संचालन करेगा। इसके अलावा रेलवे इंदौर-उज्जैन के बीच पैसेंजर ट्रेन का संचालन भी करेगा, जिससे यात्रियों को फायदा होगा।
चिंतामन रेलवे स्टेशन पर पूर्वोत्तर के कलाकारों ने चित्र बनाए हैं। ट्रैक के बीच में 3 बड़े पुल और 26 पुलियाएं बनाईं। 2017-18 के बजट में नए ट्रेक के लिये 104 करोड़ रुपए मंजूर किए। 2018 में बजट बढ़कर 245 करोड़ किया। 4.948 हे. भूमि अधिगृहीत की गई। 3 पुल, 26 पुलियाओं का निर्माण हुआ।
- मेमू में 12 कोच,सभी इंटरकनेक्ट
- सिटिंग अरेजमेंट रहेगा
- एक इंजन और तीन पायलेट ऑपरेटिंग सिस्टम है जो एक बार में एक ही एक्टिव रहेगा।
बस ऑपरेटर लॉबी ‘बे-बस’
उज्जैन-फतेहाबाद रेल गेज परिवर्तन और भविष्य में इस मार्ग के जरिए न केवल इंदौर बल्कि देश के अन्य राज्यों की दूरियां कम होने से नागरिकों के धन-समय के बीच उस बस ऑपरेटर्स लॉबी के लिए वज्रपात के सामान है,जो मीटरगेज बंद होने के बाद खुश था। इस लॉबी ने मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने के प्रोजेक्ट को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया। ट्रेक नहीं बने और ट्रेन नहीं चले,इसके लिए कोई भी प्रयास नहीं छोड़ा गया। रेल मंत्रालय,रेलवे बोर्ड और रतलाम मंडल के साथ-साथ राष्ट्रीय से लेकर स्थानीय स्तर पर दबाव बनाया गया। ट्रेन से एक यात्री फिलहाल 40 रु. और आने वाले दिनों में 25 से 30 रु.में इंदौर तक की यात्रा कर लेगा। इससे धन और समय की बचत होगी। बस वालों की ज्यादती-मनमानी से निजात मिलेगी। उज्जैन से इंदौर के बीच फतेहाबाद-चंद्रावतीगंज के लिए भी रेल परिवहन की सुविधा और बस,मैजिक और अन्य सड़क परिवहन के कष्ट से राहत मिलेगी।
नई साज सज्जा के साथ चिंतामन स्टेशन प्लेटफार्म