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राहुल जी अपना काम कर रहे हैं अब कांग्रेस
को मजबूत करने में कार्यकर्ताओं की बारी…

अक्षरविश्व के शैलैष व्यास की पंथपिपलाई-निनौरा के बीच कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव से चर्चा

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राहुल जी अपना काम कर रहे हैं अब कांग्रेसको मजबूत करने में कार्यकर्ताओं की बारी…

शुरुआत हुई तो यह यात्रा नहीं, बस एक संभावना-विचार था, जो अब अभियान बन गया…

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उज्जैन। भारत जोडो यात्रा में मध्य प्रदेश से साथी बने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव कहा कि भारत जोड़ो की कन्याकुमारी से जब शुरुआत हुई तो यह यात्रा नहीं थी, बस एक संभावना थी, एक विचार था। जो अब अभियान/ मिशन बन गया हैं। इसमें तय यह नहीं सोचा कि क्या पाया…? क्या खोया हैं..? यात्रा को भरपूर प्यार और समर्थन मिल रहा हैं। राहुल जी अपना काम कर रहे हैं अब कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी वह संगठन और कांग्रेस को मजबूत करने में जुट जाए।

भारत जोडो यात्रा में पंथपिपलाई से निनौर के बीच ‘अक्षरविश्व’ ने भी अरुण यादव के साथ कदम से कदम मिलाया तो बातचीत का मौका भी मिल गया। जय महाकाल, गुड मार्निंग से शुरू हुई बात में यादव ने कहा कि देश में भय,मंहगाई और बेरोजगारी पर चुप्पी थी।

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अपने दायित्व को पूरा करें

अरुण यादव ने कहा कि संगठन को मजबूती के साथ कैसे सक्रिय करना हैं इस पर विचार कर निर्णय वरिष्ठ नेताओ और हाईकमान को लेना है। कार्यकर्ताओं को तो यह मान लेना चाहिए कि राहुल जी ने अपना काम कर दिया अब हमें कांग्रेस को सशक्त बनाना है इसकी जिम्मेदारी हर कार्यकर्ता की है यादव ने कहा जैसा कि राहुल जी कहते आ रहे हैं भारत जोड़ो यात्रा का मकसद राजनीतिक नहीं है लेकिन फिर भी इस यात्रा से कांग्रेस के प्रति लोगों का समर्थन बढ़ता नजर आ रहा है।

देश में भय के कारण कोई बोल नहीं रहा था, इस चुप्पी को तोडऩा जरूरी था। राहुल गांधी ने इस चुप्पी को तोडने का काम भारत जोडो यात्रा से कर रहे हैं। अरुण ने कहा कि रोजगार की रीढ़ हड्डी छोटे व्यापारी, किसान होते हैं। ये लोग रोजगार को बढ़ावा देते हैं। सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी से छोटे व्यापारियों का कैश फ्लो खत्म कर दिया। इन दोनों पॉलिसियों ने देश को कमजोर किया। देश के साथ छोटे, मंझौले, गरीब लोग और किसान का सबसे बड़ा नुकसान नोटबंदी और जीएसटी ने किया है।

पक्षपाती अर्थव्यवस्था और कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने की नीतियों से स्मॉल स्केल और मीडियम बिजनेस वालों की ग्रोथ रुक गई है। जो ग्रोथ पोटेंशियल देते हैं, उस पर ध्यान देना जरूरी है। इस देश की नींव किसान हैं, उन्हें छोड़ दिया है। उनको कोई सहायता नहीं मिल रही है, उनको बीज, खाद, बीमा कुछ नहीं मिल रहा। मंहगाई चरम पर हैं। एक तरफ बेरोजगारी,दूसरी और मंहगाई से गरीब, मिडिल क्लास, किसान बेहाल हैं। यूपीए सरकार के समय गैस सिलेंडर का रेट 400-425 रुपए था अब 1100-1150 रु.हैं। पेट्रोल का रेट 56-70 रुपए था, आज 110-112 रुपए है।

भारत यात्रियोंं से चर्चा….. कश्मीर से अरुणाचल तक यात्री शामिल

उज्जैन।भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं में जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं. अरुणाचल प्रदेश से ही 25 साल के बेम बाई नाम के शख्स भी यात्रा में शामिल हैं, जबकि सबसे बुजुर्ग यात्री विजेंद्र सिंह महलावत राजस्थान के रहने वाले हैं. महालवत की उम्र 58 साल है। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेता भी यात्रा में समय-समय पर शामिल हो रहे हैं। इनमें कई नेता काफी बुजुर्ग भी है। इसके अलावा कांग्रेस संगठन से जुड़े हुए नेता और प्रवक्ता भी साथ हैं।

इस यात्रा में शामिल कुछ महिला यात्री तो ऐसी भी हैं जो अपने छोटे बच्चों को घर पर छोड़ कर आई हैं, लेकिन उन्हें इसका अफसोस नहीं है। वो हर रोज वीडियो कॉल के माध्यम से अपने बच्चों और परिवार से जुड़ी रहती हैं। दिल्ली जवाहर मंच के अध्यक्ष ४० साल के जयप्रकाश का मानना है कि पदयात्रा में शामिल हर यात्री एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। पैर में दर्द होने पर एक-दूसरे का पैर तक दबाते हैं। हालांकि यात्रा में शामिल लोगों के इलाज के लिए डॉक्टर और दवा दोनों का इंतजाम किया गया है। जब भी वह राहुल गांधी को चलते हुए देखते हैं तो उन्हें एक नई प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। यात्रियों के लिए थकान और पैर के छाले कोई मायने नहीं रखते।

धार युवक कांग्रेस की जिला उपाध्यक्ष २८ साल की आकांक्षा बघेल ने बताया कि वे महाराष्ट्र से अतिथि यात्री के तौर पर चल रही है। वैसे तो वे यात्रा में सिर्फ राजस्थान तक रहने वाली ही थी, लेकिन जिस तरह का प्यार और स्नेह यात्रा के दौरान मिला, उसको देखते हुए अब वो पूरे यात्रा में रहेंगी।

उनका कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा सिर्फ कांग्रेसी कार्यकर्ता में ही नहीं बल्कि यात्रा जहां से गुजर रही है, कांग्रेस पार्टी के प्रति लोगों की सोच बदल रही है। भारत जोड़ो यात्रा की तस्वीरों में भले ही राहुल गांधी और पार्टी के बड़े नेता दिख रहे हों।

लेकिन ये 130 भारत यात्री ही इस यात्रा की रीढ़ की हड्डी हैं। जो राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। अपने घर परिवार से कई दिनों तक दूर रहना आसान काम नहीं है। उनका कहना है कि वे न केवल यादें बना रही हैं, बल्कि रास्ते में नए दोस्त मिल गए हैं और इस दौरान अविस्मरणीय अनुभव हैं जो वे घर साथ लेकर जाएंगे।

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