व्यवस्था ध्वस्त… अब तो जागिए जनाब!

By AV NEWS

सावन सोमवार.. महाकाल मंदिर में भक्तों का सैलाब….

सशुल्क दर्शन, प्रोटोकाल गेट से आम दर्शनार्थियों को नंदी हॉल में प्रवेश देने पर धक्कामुक्की मची

रामघाट पर लघु सिंहस्थ जैसा नजारा

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन अधिकमास के श्रावण सोमवार पर आज सुबह से महाकाल मंदिर सहित पूरे शहर में भक्ति का सैलाब सा उमड़ पड़ा। कालभैरव, मंगलनाथ मंदिर, अंगारेश्वर,सांदीपनी आश्रम सहित सभी देवी देवताओं के मंदिरों में भीड़ रही। शिप्रा तट रामघाट पर स्नान करने वालों की भीड़ के कारण सिंहस्थ कुंभ जैसा दृश्य रहा। महाकाल मंदिर के नंदीहॉल में सुबह उस समय धक्कामुक्की मच गई, जब प्रोटोकाल और 250 रुपए की रसीद से दर्शन करने वालों को अचानक नंदी हॉल में छोड़ दिया गया। भगवान महाकाल की कृपा से कोई अनहोनी टल गई।

भगवान महाकाल की छठवीं सवारी आज शाम राजसी ठाठ बाट से निकलेगी। राजाधिराज के दर्शन करने के लिए भक्तों में ऐसा उत्साह है कि सुबह से श्रद्धालु रेल, बस और अपनी निजी गाडिय़ों से उज्जैन पहुंच गए। सवारी निकलने से पहले भगवान महाकाल के दर्शन के लिए भक्त उमड़ पड़े।

देश के कोने कोने से लोग भक्ति भाव के साथ दर्शन करने आए। महाकाल मंदिर क्षेत्र की गलियां और सड़कें दर्शनार्थियों से पटी रहीं। प्रशासन का भीड़ प्रबंधन कई बार फेल हुआ। जगह जगह ट्रैफिक जाम से भी यात्री और शहर के लोग परेशान रहे।

पुल पर वाहनों की पार्किंग नृसिंह घाट पुल पर वाहनों की पार्किंग के कारण ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे। वाहनों के व्यवस्थित प्रवेश और पार्किंग के प्रबंध नहीं होने से भी जाम के हालात बन रहे।

सुरक्षा के इंतजाम भी नाकाफी…
महाकाल मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम भी नाकाफी ही दिखाई दिए। कई यात्री मंदिर तक बैग आदि लेकर पहुंचे, लेकिन सुरक्षा के लिए जांच पड़ताल नहीं की गई। मंदिर परिसर में भी कई श्रद्धालु मोबाइल आदि सामान के साथ पहुंच रहे हैं।

सुलभ कॉम्प्लेक्स पर भीड़, जमकर वसूली
महाराजवाड़ा भवन के सामने बने सुलभ कॉम्प्लेक्स पर पिछले कुछ दिनों से जमकर भीड़ हो रही। इससे भी भीड़ प्रबंधन में दिक्कत हो रही। कॉम्प्लेक्स पर लोगों से 30 रुपए तक का शुल्क लिया जा रहा।

इसलिए भीड़ हो रही बेकाबू

1.मंदिर में प्रवेश के लिए चार रास्ते हैं। एक मानसरोवर गेट, दूसरा बड़े गणेश मंदिर के सामने, तीसरा एक नंबर गेट और चौथा चार नंबर गेट। निर्गम के लिए अभी केवल एक ही द्वार है। इस कारण दर्शनार्थियों की भीड़ बाहर कम निकल पा रही।
2.त्रिवेणी संग्रहालय के पास अस्त व्यस्त वाहन जमा हो रहे और नियंत्रण के प्रयास नाकाम हो रहे।
3.महाकाल मंदिर जाने वाले रास्तों पर संकेतक बोर्ड ठीक से लगे नहीं या दिखाई नहीं दे रहे।

आखिर किसके आदेश पर नंदी हॉल के गेट खोल दिए?

सुबह करीब 9 बजे महाकाल मंदिर के नंदी हॉल में उस समय कुछ देर के लिए धक्कामुक्की की गंभीर स्थिति बन गई, जब किसी ने प्रोटोकाल और 250 रुपए की रसीद लेकर दर्शन करने आए दर्शनार्थियों को नंदी हॉल से प्रवेश दे दिया। इससे नंदी हॉल में गंभीर स्थिति बन गई।

कई दर्शनार्थी भीड़ में दब गए और जैसे तैसे बाहर निकल सके। नंदी हॉल का गेट अचानक किसने और किसकी अनुमति से खोला गया, यह कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं बता सका। इन दिनों अधिकमास होने के कारण प्रोटोकाल और 250 की रसीद वाले दर्शनार्थियों को नंदी हॉल के बाहर से दर्शन कराए जा रहे। नंदी हॉल में अतिविशिष्ट दर्शनार्थियों को ही प्रवेश दिया जा रहा। सोमवार सुबह यह व्यवस्था भी कुछ देर के लिए ध्वस्त हो गई। भीड़ के बेकाबू होने या भगदड़ मचने से अप्रिय घटना भी हो सकती थी।

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