खेरची में तमाम सब्जियां 40 से 80 रुपए प्रति किलो
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:बीते दिनों महंगाई से लोगों को रुलाने वाले टमाटर के बाद अब तमाम सब्जियों के दाम फिर से आसमान की ओर जाने लगे हैं। खेरची बाजार में तमाम सब्जियां 40 से 80 रुपए प्रति किलो के दाम पर बेची जा रही है। दरअसल, थोक सब्जी मंडी में सब्जियों की आवक बहुत कमजोर हो गई है। थोक मंडी और इंदौर में सब्जियों की आपूर्ति महाराष्ट्र और गुजरात के भरोसे है।
तेज बारिश से फसलें खराब
बीते दिनों की जोरदार बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया था। इसकी वजह से सब्जियों की फसल खराब हो गई। थोक कारोबारियों के अनुसार स्थानीय उपज के तौर पर मंडी में इन दिनों सिर्फ टमाटर, हरी मिर्च और गिलकी जैसी एक दो सब्जियों की ही आवक हो रही है। वह भी बहुत सीमित मात्रा में।
सब्जियों की आपूर्ति मांग के मुकाबले कमजोर
अन्य तमाम सब्जियों की बहुत कमजोर है। ऐसे में सब्जियों की आपूर्ति मांग के मुकाबले काफी कमजोर होने से दामों में जोरदार तेजी है। थोक मंडी में तमाम सब्जियां 40 से 80 रु. प्रति किलो के दाम पर बिक रही है। खेरची बाजार में दोगुने दाम पर इन्हें उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है। सिर्फ करेला जैसी एक दो सब्जियां ही सामान्य दामों पर बिक रही है।
पहले भरपूर रहती थी आवक
गणेशोत्सव से लेकर श्राद्ध पक्ष के बीच सब्जियों की मांग भी ज्यादा रहती है। श्राद्ध पक्ष में सब्जियों की खपत अधिक होती है। हर वर्ष इस दौर में सब्जियां आसानी से मिलती है और दाम सामान्य स्तर पर रहते हैं। इस साल बरसात की देरी और एक साथ बादलों के बरसने से खेतों में पानी भरा तो सब्जियां खराब हो गई। कारोबारियों के अनुसार स्थिति सुधरने और लोकल माल की आवक फिर होने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा।
180 से 250 रुपए कैरट
90 से 100 रुपये कैरट बिकने वाला टमाटर फिर से 180 से 250 रुपये कैरट के दाम पर पहुंच गया है। थोक मंडी में जो दाम सब्जियों के है उसमें खेरची विक्रेता अपना खर्च और मुनाफा जोड़कर लगभग दोगुने दाम पर खेरची बाजार में बेच रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर सब्जियां उपभोक्ताओं को 80 से 100 रुपये प्रति किलो के पार ही मिल रही है।