‘हमका माफी दई दो…हम से भूल हो गई: विरोध के बाद देर रात प्रकरण दर्ज हुआ था अज्ञात आरोपी पर
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में सवारी के लिए धमकीभरे लहजे में बयान देने वाले युवक का रविवार सुबह सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आया है, जिस में उसने अपने किए पर शर्मिंदगी जाहिर कर सभी से माफी मांगी है।
रविवार को सुबह करीब डेढ़ मिनट के वीडियो में युवक ने कहा कि अपनी बात की मैं खुद कड़ी निंदा करता हूं। शर्मसार हूं मुझे माफ कर दो आपका दिल दुखा इसके लिए मैं शर्मिंदा हूं। सभी हिंदू भाइयों से माफी मांगता हूं। महाकाल की सवारी का बयान देने पर मैं शर्मसार हूं खुद की निंदा करता हूं । मेरे से गलती हो गई ऐसे अल्फाज मुंह से निकल गए कहीं सारे हिंदू भाई मेरे दोस्त हैं मुझे माफ कर दो। आरएसएस, हिंदू संगठन और अफसरों से, सभी से मैं माफी मांगता हूं। महाकाल दर्शन के लिए जितने भी लोग आते हैं उनका आगे रहकर हम ख्याल रखते हैं।
कंट्रोल रूम परिसर में दिया बयान
बता दें कि पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में एक युवक द्वारा सवारी को लेकर धमकी भरे लहजे से दिया बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने अज्ञात आरोपी पर केस दर्ज किया था। खाराकुआं थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक युवती के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की घटना हुई थी। इसके विरोध में शनिवार को एक समुदाय के लोग कांग्रेस नेत्री नूरी खान और कांग्रेस शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इनकी मांग आरोपियों को गिरफ्तारी कर उनके मकान तोडऩे की थी। नेताओं से चर्चा के बाद जब पुलिस अधिकारी जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दे चुके थे, तभी प्रदर्शनकारी लोगों की भीड़ में खड़े युवक ने कहा- कि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तारीख तय नहीं की जाती है, घर कब तोड़ेंगे, परसों सवारी है, सवारी निकालकर दिखा दो।
देर रात युवक हिरासत में!
युवक का नाम सुहैल है और माधवनगर थाने में प्रकरण दर्ज करने के बाद पुलिस ने देर रात ही हिरासत में ले लिया था। इसके बाद ही युवक के खेद वाला वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। पुलिस के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे है। माधवनगर थाना प्रभारी मनीष गोधा का कहना है कि युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में कार्रवाई चल रही है। वे अन्य कुछ भी नहीं बता सकते है।
वहीं एएसपी आकाश भूरिया जो इस मामले को देख रहे है, वे कुछ भी बताने को तैयार नही है।
वीडियो वायरल होने के बाद मची थी हलचल
युवक की इस धमकी का वहां मौजूद अधिकांश लोगों ने तत्काल विरोध भी किया और युवक को रवाना कर दिया, लेकिन इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामला महाकालेश्वर की सवारी से जुडा होने के कारण शहरभर से युवक के बयान को लेकर विरोध सामने आने लगा था। सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया रही। बजरंग दल और अन्य संगठन विरोध में आ गए। विरोध बढ़ाता देख पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
बजरंग दल ने किया थाने का घेराव
युवक का वीडियो वायरल होने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता अजाक थाने पहुंचे और सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। बजरंग दल के जिला संयोजक अंकित चौबे ने एक वीडियो दिया, जो उस लड़के की पिटाई का था, जिसने शुक्रवार शाम को लड़की के साथ मारपीट की थी। वीडियो में कुछ महिला और युवक उस लड़के के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं। बजरंग दल ने शुक्रवार को युवक के साथ मारपीट करने वालों पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
- महामंडलेश्वर अतुलेशानंद ने कहा-कड़ी कार्रवाई हो: महामंडलेश्वर अतुलेशानंद महाराज ने वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उज्जैन में श्रावण माह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं। ऐसे में इस तरह की धमकी गलत है। महाकाल की सवारी रोकने के लिए धमकी दे रहे हैं, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- शहर काजी ने निंदा कर जांच की बात कही- शहर काजी खलीकुर्रहमान ने वायरल वीडियो की निंदा करते हुए कहा कि कंट्रोल रूम पर हुए धरने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। प्रदर्शन के दौरान एक युवक ने गलत बात की थी। प्रशासन को इसकी जांच करना चाहिए। मुस्लिम समाज इस शहर में आने वाले भक्तों का इस्तकबाल करता है।
- सख्त कार्रवाई होना चाहिए- शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कहा कि शनिवार को हम कंट्रोल रूम पर धरना दे रहे थे। एसपी साहब ने बुलाया तो पार्टी का प्रतिनिधिमंडल अंदर ही था। सोशल मीडिया से पता चला कि किसी युवक ने भगवान महाकाल की सवारी को लेकर गलत बयान दिया है। उस पर कार्रवाई होना चाहिए।
- सवारी को रोकने की बात कहना गलत- नेत्री नूरी खान ने कहा कि सवारी को रोकने की बात कहना गलत है। इस तरह की भाषा का प्रयोग करना सही नहीं है। हम खुद फूलों की बारिश के साथ भगवान महाकाल की सवारी निकलवाएंगे। किसी में दम है तो रोक के दिखाए। हम एक बेटी के न्याय की आवाज उठाने गए थे, ऐसे किसी बयान का समर्थन नहीं करते।