सार्थक एप से उपस्थिति के विरोध में डॉक्टर्स व स्टाफ ने किया प्रदर्शन
शासकीय चिकित्सा सेवाएं एक घंटे के लिये ठप्प
उज्जैन। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सकीय स्टाफ को कार्य स्थल पर पहुंचने के बाद सार्थक एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश जारी किये गये हैं। इसका विरोध प्रदेश स्तर पर शुरू हो चुका है। सुबह जिले में एक घंटे तक शासकीय चिकित्सा सेवाएं ठप्प रहीं और स्टाफ ने जिला अस्पताल ओपीडी के बाहर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया।
मरीजों को समझ नहीं आया अस्पताल बंद क्यों
वार्डों में नर्सें नहीं थीं, ओपीडी में ताले लगे थे, डॉक्टर्स व स्टाफ धूप में खड़े होकर सार्थक एप का विरोध प्रदर्शन कर रहे थे इस दौरान जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को समझ नहीं आया कि आखिर अस्पताल ओपीडी में ताला क्यों लगा है और मरीजों का उपचार क्यों नहीं हो रहा। दो दर्जन से अधिक मरीज उपचार का पर्चा हाथ में लिये यहां वहां भटकते नजर आये।
यह हैं शासन के निर्देश
शासकीय चिकित्सा सेवा से जुड़े डॉक्टर्स, लैब टेक्निशियन, नर्स, कम्पाउण्डर्स आदि सभी को अपने एडवांस मोबाइलों में सार्थक पोर्टल/एप डाउनलोड कर लोकेशन चालू करना होगी। स्टाफ के लोग अपने कर्तव्य स्थल पर पहुंचकर लोकेशन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराएंगे। ड्यूटी टाइम में मोबाइल की लोकेशन चालू रखना होगी यदि कोई व्यक्ति बीच ड्यूटी से कहीं जाता है तो उसकी लोकेशन हटते ही अनुपस्थिति दर्ज होगी।
शासन कर्मचारी संगठनों से चर्चा कर योजना लागू करे- जिला अस्पताल की ओपीडी के बाहर यहां के डॉक्टर्स व स्टाफ सहित माधव नगर अस्पताल, चरक अस्पताल और क्लिनिक के स्टाफ ने काम बंद हड़ताल कर नारेबाजी भी की। आरएमओ डॉ. भोजराज शर्मा ने बताया कि शासकीय डॉक्टर्स व स्टाफ की ड्यूटी अलग-अलग समय में होती है।
कई बार स्टाफ को वीआईपी ड्यूटी, केम्प और अन्य कार्यों में लगाया जाता है ऐसी स्थिति में स्टाफ द्वारा अपने कर्तव्य स्थल पर पहुंचकर उपस्थिति कैसे दर्ज कराई जा सकती है। शासन को इस प्रकार की व्यवस्था लागू करने से पहले स्टाफ को होने वाली परेशानियों का निराकरण करना चाहिये।