साहब, मंगलनाथ के दरबार में भक्तों के साथ यह कैसी अभद्रता?

साहब, मंगलनाथ के दरबार में भक्तों के साथ यह कैसी अभद्रता?
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बिलासपुर के श्रद्धालु ने प्रशासन को लिखा पत्र, कार्रवाई की मांग
दो सदस्यों को छोड़कर सभी को अंदर जाने से मना कर दिया
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:साहब, मंगलनाथ भगवान के दरबार में भक्तों के साथ ये कैसी अभद्रता हो रही है। परिवार के सदस्यों के सामने दर्शनार्थियों को अपमानित किया जा रहा। इस तल्ख अंदाज में बिलासपुर के एक श्रद्धालु ने कलेक्टर को पत्र भेजा है और गादीपति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बिलासपुर से मंगलनाथ मंदिर में 17 अगस्त को परिवार के साथ दर्शन करने आए सौरभ कुमार पांडेय (मोबाइल नंबर 7611111124) ने एक लिखित पत्र के माध्यम से शिकायत की है कि वे पांच अन्य सदस्यों के साथ दर्शन करने आए थे और सभी सदस्यों की रसीद भी कटाई थी, लेकिन वहां गादी पर बैठे पुजारी ने दो सदस्यों को छोड़कर सभी को अंदर जाने से मना कर दिया।
उन्होंने रसीद भी दिखाई लेकिन वे नहीं माने और अभद्रता के साथ चिल्लाते हुए कहा जो कह रहा समझ नहीं आ रहा क्या। उनके साथ आई उनकी माता ने भी अनुरोध किया कि रसीद लेकर आए हैं तो भगवान के दर्शन तो करने दीजिए पंडित जी। इस पर उनकी माता से भी अभद्रता की गई।
इससे नाराज होकर उन्होंने तत्काल मंदिर प्रशासन के अधिकारियों को इस स्थिति से अवगत कराया। अब पांडेय ने विधिवत पत्र लिखकर ऐसे अभद्र व्यवहार करने वाले पुजारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। पांडेय का कहना है कि भगवान के दरबार में इस तरह अभद्रता करना उचित नहीं।
और, इनसे कहा जल चढ़ाना है तो पहले दान राशि चढ़ाओ…
ग्वालियर निवासी सुमेरचंद्र जैन ने भी प्रशासक को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें मंदिर में भगवान को जल चढ़ाने से पहले दान राशि देने को कहा। मंदिर के एक पुजारी ने कहा कि श्रद्धालुओं से जबरदस्ती राशि चढ़ाने के लिए दबाव बनाना उचित नहीं है। उन्होंने मंदिर में प्रवेश के साथ ही विधिवत रसीद कटाई थी।